टोक्यो ओलंपिक: जानिए भारतीय बैडमिंटन दल से जुड़ी अहम बातें
क्या है खबर?
टोक्यो ओलंपिक खेलों में इस बार भारत की ओर से सिर्फ चार बैडमिंटन खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। इस बार पिछले रियो ओलंपिक (सात शटलर) के मुकाबले आंकड़ा कम हुआ है।
रियो ओलंपिक में भारत की पीवी सिंधु ने रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया था।
इस बार 24 जुलाई से भारतीय शटलर्स के मैच शुरू हो होने हैं। इससे पहले ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय शटलर्स से जुड़ी अहम बातें जानते हैं।
पीवी सिंधु
पदक जीतकर इतिहास दोहराना चाहेंगी सिंधु
रियो ओलंपिक में सिंधु को स्वर्ण पदक के लिए हुए मुकाबले में स्पेन के कैरोलिना मारिन से हार झेलनी पड़ी थी। उसके बाद 2019 में आयोजित हुई विश्व चैंपियनशिप में सिंधु ने सोना जीतकर ओलंपिक के लिए ताल ठोक दी थी।
कॉमनवेल्थ खेलों और एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता सिंधु से भारतीय प्रशंसक इतिहास दोहराने की उम्मीद कर कर रहे हैं, हालांकि, उनकी यह डगर आसान नहीं रहने वाली है।
साई प्रणीत
बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे साई प्रणीत
28 वर्षीय पुरुष एकल खिलाड़ी साई प्रणीत का लक्ष्य आगामी टोक्यो ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने पर होगा। वह पुरुष एकल में भारत की इकलौती उम्मीद हैं।
साई ने 2019 में BWF चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता और 36 साल में ऐसा करने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर बने थे।
इसके पहले 2017 में सिंगापुर ओपन भी जीता था। इसके अलावा उन्होंने दो BWF ग्रां प्री खिताब भी जीते हैं।
सात्विक-चिराग
कमाल कर सकती है सात्विक-चिराग की जोड़ी
सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी ने BWF रैंकिंग में शीर्ष 10 में जगह बनाई है। ये युवा भारतीय जोड़ी पहली बार ओलंपिक में हिस्सा लेगी।
2018 में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में सात्विक-चिराग की जोड़ी ने रजत पदक जीता था।
इसके अलावा यह जोड़ी हैदराबाद ओपन 2018 और थाईलैंड ओपन 2019 भी जीत चुकी है। ऐसे में इस जोड़ी से पदक की उम्मीद की जा सकती है।
जानकारी
पूर्व दिग्गज माथियास हैं सात्विक-चिराग के कोच
पुरुष युगल में पूर्व विश्व नंबर एक माथियास बो, चिराग और सात्विकसाईराज की मदद करने में अहम भूमिका निभाएंगे। अप्रैल 2020 में संन्यास लेने वाले माथियास को युगल टीम की मदद करने के लिए टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के तहत कोच बनाया गया था।