टी-20 विश्व कप में वेस्टइंडीज की ओर से ये हैं सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन
टी-20 विश्व कप 2024 के 26वें मैच में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को 13 रन से हरा दिया। ब्रायन लारा स्टेडियम में खेले गए मैच में जीत के लिए 150 रन का पीछा करते हुए कीवी टीम 136/9 का स्कोर ही बना सकी। इस जीत के साथ ही कैरेबियाई टीम ने सुपर-8 में प्रवेश किया। इस बीच टी-20 विश्व कप में वेस्टइंडीज की ओर से सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन के बारे में जानते हैं।
लेंडल सिमंस (4/19 बनाम श्रीलंका, 2009)
2009 के टी-20 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ लेंडल सिमंस ने अविश्वसनीय गेंदबाजी की थी। सिमंस ने अपने 3 ओवर में 19 रन देते हुए 4 सफलताएं हासिल की थी। उन्होंने तिलकरत्ने दिलशान, कुमार संगाकारा, महेला जयवर्धने और सनथ जयसूर्या के रूप में चारों विकेट लिए थे। उनकी उम्दा गेंदबाजी के बावजूद श्रीलंकाई टीम ने 192/5 का स्कोर बनाया था और वेस्टइंडीज की टीम 177/5 का स्कोर ही बना सकी थी।
अल्जारी जोसेफ (4/16 बनाम जिम्बाब्वे, 2022)
टी-20 विश्व कप 2022 के 8वें मैच में वेस्टइंडीज ने जिम्बाब्वे को 31 रन से हराया था। होबार्ट में खेले गए मैच में जीत के लिए मिले 154 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की टीम 122 रन पर सिमट गई थी। कैरेबियाई तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ ने 16 रन देते हुए 4 विकेट अपने नाम किए थे और जिम्बाब्वे को 31 रन से हार मिली थी। यह टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है।
सैमुअल बद्री (4/15 बनाम बांग्लादेश, 2014)
टी-20 विश्व कप 2014 में वेस्टइंडीज ने बांग्लादेश को 73 रन से करारी शिकस्त दी थी। उस मैच में सैमुअल बद्री की फिरकी में विपक्षी टीम फंस गई थी। इस पूर्व लेग स्पिनर ने अपने 4 ओवर में 15 रन देते हुए 4 विकेट लिए थे, जिसमें तमीम इकबाल और मुशफिकुर रहीम जैसे प्रमुख विकेट शामिल थे। उनकी उम्दा गेंदबाजी के चलते ही 172 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेशी टीम सिर्फ 98 रन पर सिमट गई थी।
अकील होसेन (5/11 बनाम युगांडा, 2024)
टी-20 विश्व कप 2024 के 18वें मैच में अकील होसेन ने युगांडा क्रिकेट टीम के खिलाफ घातक गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने अपने 4 ओवर में सिर्फ 11 रन देते हुए 5 सफलताएं हासिल की। यह अकील के टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में पहला 5 विकेट हॉल है। उनकी गेंदबाजी के कारण ही युगांडा की टीम 174 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ताश के पत्तों की तरह केवल 39 रनों पर ढेर हो गई।