
टेस्ट क्रिकेट: कप्तानी में डेब्यू करते हुए सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ लीड्स टेस्ट की पहली पारी में शतक लगाया था। वह कप्तानी में डेब्यू करते हुए शतक लगाने वाले चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हुए थे। हालांकि, वह दूसरी पारी में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। इसके बावजूद वह कप्तानी में डेब्यू करते हुए टेस्ट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में शुमार हुए। आइए इस विशेष सूची के बारे में जानते हैं।
#1
विराट कोहली (115 और 141)
साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ एडीलेड टेस्ट में विराट कोहली ने कप्तान के रूप में अपने पहले ही मैच में 115 रनों की शानदार पारी खेली थी। उन्होंने 184 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके लगाए थे और पहली पारी में टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया था। उन्होंने दूसरी पारी में 141 रन बनाए थे। हालांकि, कोहली के 2 शतकों के बावजूद भारत वह मुकाबला 48 रनों से हार गया था।
#2
विजय हजारे (164*)
विजय हजारे ने 1951 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में बतौर कप्तान अपने पहले ही मैच में नाबाद 164 रन की पारी खेली थी। यह उनके टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है। इस पारी की बदौलत भारत ने 418/6 का स्कोर खड़ा किया था और यह मुकाबला ड्रॉ रहा था। यह शतक किसी भी भारतीय कप्तान का डेब्यू टेस्ट में अब तक का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है।
#3
शुभमन गिल (147 और 8)
गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ कप्तान के तौर पर अपने पहले टेस्ट में 147 रन बनाए। उनके बल्ले से 19 चौके और 1 छक्का भी निकला। यह उनके टेस्ट करियर का कुल छठा और इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा शतक रहा। वह दूसरी पारी में सिर्फ 8 रन ही बना सके। पहली पारी में गिल को शोएब बशीर ने आउट किया था और दूसरी पारी में उनका विकेट ब्रायडन कार्स ने हासिल किया।
#4
सुनील गावस्कर (116 और 35*)
साल 1976 में ऑकलैंड टेस्ट के दौरान सुनील गावस्कर ने बतौर कप्तान अपने पहले टेस्ट में 116 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 12 चौके और 1 छक्का निकला था। उनकी पारी के ही कारण न्यूजीलैंड के 266 रन के जवाब में भारत को मजबूत शुरुआत मिली थी। इस टेस्ट को भारत ने 8 विकेट से जीता था। गावस्कर ने दूसरी पारी में नाबाद 35 रन बनाते हुए कप्तानी पारी खेली थी।