रणजी ट्रॉफी 2023-24 में 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' बने तनुश कोटियन, ऐसा रहा उनका सफर
क्या है खबर?
मुंबई क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी में अपनी बादशाहत बरकरार रखते हुए खिताब पर कब्जा जमाया। वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में मुंबई ने विदर्भ क्रिकेट टीम को 169 रन से हराते हुए अपना 42वां खिताब जीता।
इस सीजन में मुंबई को विजेता बनाने में तनुश कोटियन की अहम भूमिका रही, जिसके लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' भी चुना गया।
आइए इस युवा खिलाड़ी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
परिचय
पिता से प्रेरित होकर क्रिकेटर बने कोटियन
कोटियन का जन्म 16 अक्टूबर, 1998 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता करुणाकर टेनिस बॉल के क्रिकेटर रहे हैं, जिसे देखकर कोटियन का इस खेल के प्रति झुकाव हो गया।
ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने वाले कोटियन ने 2018 में अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत की। उन्होंने 3 साल बाद 2021 में मुंबई की ओर से ही अपने लिस्ट-A करियर का आगाज किया।
वह निचले क्रम में उपयोगी बल्लेबाजी भी करते हैं।
कोटियन
रणजी ट्रॉफी 2023-24 में कोटियन बने 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट'
कोटियन ने इस सीजन में 16.96 की औसत के साथ 29 विकेट लिए। वह अपनी टीम से तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने विदर्भ के खिलाफ फाइनल मैच में कुल 7 विकेट (3/7 और 4/95) चटकाए।
बल्लेबाजी में इस खिलाड़ी ने 41.83 की औसत के साथ 502 रन बनाए। वह 2023-24 सीजन में मुंबई से दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।
जोरदार ऑलराउंड प्रदर्शन के चलते उन्हें 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया।
उपलब्धि
नंबर-10 के बल्लेबाज के रूप में कोटियन ने लगाया शतक
बड़ौदा के खिलाफ दूसरे क्वार्टर-फाइनल मुकाबले में मुंबई की दूसरी पारी में कोटियन (120*) और तुषार देशपांडे (123) ने शतक लगाए।
ये पारियां इसलिए भी ऐतिहासिक रही, क्योंकि ये नंबर-10 और 11 के बल्लेबाजों से खेली गई। ये प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक ही पारी में शतक बनाने वाली नंबर 10 और नंबर 11 की सिर्फ दूसरी जोड़ी बन गई थी।
इससे पहले नंबर-10 और नंबर-11 के बल्लेबाजों द्वारा शतक लगाने वाली जोड़ी चंदू सरवटे और शुते बनर्जी की थी।
जानकारी
सेमीफाइनल में भी खेली उम्दा पारी
क्वार्टर-फाइनल में शतक जड़ने के बाद कोटियन ने सेमीफाइनल में तमिलनाडु क्रिकेट टीम के खिलाफ इकलौती पारी में नाबाद 89 रन बनाए थे। गेंदबाजी में उन्होंने कुल 4 विकेट लिए थे। मुंबई ने वो मुकाबला पारी और 70 रन से जीता था।
आंकड़े
कोटियन के प्रथम श्रेणी करियर पर एक नजर
कोटियन ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में अब तक 25 मैच खेले हैं, जिसमें 27.60 की औसत के साथ कुल 68 विकेट लिए हैं। इस बीच उन्होंने 2 बार 5 विकेट हॉल भी लिए हैं।
बल्लेबाजी में उन्होंने 45.24 की उम्दा औसत के साथ 1,131 रन अपने नाम किए हैं। इस बीच उन्होंने 1 शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं।
वह 19 लिस्ट-A मैचों में 20 विकेट भी अपने नाम कर चुके हैं।
फाइनल
फाइनल में मुंबई ने इस तरह दर्ज की जीत
पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई ने अपनी पहली पारी में 224 रन बनाए, जिसमें शार्दुल ठाकुर ने सर्वाधिक 75 रन बनाए। जवाब में विदर्भ की पारी सिर्फ 105 रन पर ही सिमट गई।
मजबूत बढ़त हासिल करने वाली मुंबई ने अपनी दूसरी पारी में मुशीर खान (136), अजिंक्य रहाणे (73) और श्रेयस अय्यर (95) की पारियों की बदौलत 418 रन बनाए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए विदर्भ की टीम अक्षय वाडकर के शतक (102) के बावजूद 368 रन बना सकी।