IPL: प्रसारण अधिकार खरीदने के लिए साथ मिलकर बोली लगा सकती है सोनी और अमेजन प्राइम
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) जल्द ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के प्रसारण अधिकार बेचने वाली है। 2022 से 2026 तक के लिए प्रसारण अधिकार खरीदने के लिए इस साल दिसंबर में बोली लग सकती है। स्टार इंडिया का लीग के साथ पांच साल का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो रहा है और इस बार किसी नई कंपनी के हाथ यह मौका लग सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेजन प्राइम वीडियो और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क मिलकर बोली लगा सकते हैं।
एक साथ मिलकर बोली लगा सकते हैं प्राइम और सोनी
Hindu Business Line की रिपोर्ट के मुताबिक सोनी और प्राइम वीडियो एक साथ मिलकर प्रसारण अधिकार के लिए बोली लगा सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अगले पांच साल के लिए प्रसारण अधिकार लगभग 37 हजार करोड़ रूपये में बिक सकते हैं। 2008 से 2017 तक IPL का प्रसारण अधिकार सोनी के पास ही था, लेकिन 2018 में स्टार ने 16,348 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अधिकार हासिल किए थे।
क्यों प्राइम के साथ साझेदारी करना चाहती है सोनी?
स्टार ने प्रसारण अधिकार खरीदने के बाद टीवी के अलावा डिज्नी प्लस हॉटस्टार के जरिए भी खूब कमाई की है। सोनी की बात करें तो टीवी पर मजबूत पकड़ के बावजूद ओवर द टॉप (OTT) स्ट्रीमिंग में उनकी पकड़ थोड़ी ढीली है। दूसरी ओर प्राइम वीडियो मजबूत OTT प्लेटफॉर्म है। यदि दोनों कंपनियां मिलकर बोली लगाती हैं तो बड़ी बोली भी लगाने में आसानी होगी और फिर दोनों प्लेटफॉर्म से कमाई भी की जा सकेगी।
स्टार इंडिया भी करेगी पुरजोर कोशिश
पिछले 4-5 सालों से स्टार इंडिया ने क्रिकेट जगत में अपना अधिपत्य जमाकर रखा है। IPL के अलावा भारत के सभी घरेलू मैचों का प्रसारण भी स्टार ही करता है। स्टार ने हिंदी और अंग्रेजी के अलावा तमिल, तेलुगु और बंगाली भाषा में भी क्रिकेट का प्रसारण शुरु कर दिया है। इन सब चीजों को देखते हुए यह तय है कि स्टार भी दोबारा बोली लगाने से पीछे नहीं हटेगी।
दो नई टीमें जोड़कर बोर्ड ने की है 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक की कमाई
हाल ही में लीग में दो नई टीमें जुड़ी हैं और इन दो टीमों से बोर्ड को 12 हजार करोड़ से अधिक रुपये मिले हैं। संजीव गोयंका की RPSG ने लखनऊ की टीम के लिए 7,090 करोड़ रुपये खर्च किए हैं तो वहीं सीवीसी कैपिटल ने अहमदाबाद की टीम के लिए 5,166 करोड़ रुपये दिए हैं। दो नई टीमों की बोली के लिए मैनचेस्टर यूनाइटेड फुटबॉल क्लब के मालिक और अडानी ग्रुप ने भी बोली में हिस्सा लिया था।