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अगले दो ओलंपिक में अपने नाम और झंडे का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा रूस

अगले दो ओलंपिक में अपने नाम और झंडे का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा रूस

लेखन Neeraj Pandey
Dec 17, 2020
10:37 pm

क्या है खबर?

पिछले साल दिसंबर में वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) द्वारा सभी तरह के प्रमुख खेलों से चार साल के लिए बैन होने के बाद अब रूस को एक और बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) के पास अपने बैन के खिलाफ अपील करने वाली रूस को दो ओलंपिक में अपना झंडा और राष्ट्रगान का इस्तेमाल नहीं करने की सजा मिली है। आइए जानते हैं पूरी खबर।

सजा

दो साल तक किसी मेजर स्पोर्टिंग इवेंट के लिए बिड नहीं कर सकेगा रूस

रूस पर अगले दो ओलंपिक या अगले दो साल तक किसी वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपना नाम, झंडा या राष्ट्रगान के इस्तेमाल पर रोक लगी है। CAS ने साथ ही अगले दो साल तक रूस को किसी बड़े स्पोर्टिंग इवेंट के लिए बिड करने पर भी रोक लगा दी है। इस अवधि में वह बोली नहीं लगा सकेंगे। यह WADA द्वारा पहले लगाए गए चार साल के बैन से हल्की सजा है

जानकारी

टोक्यो ओलंपिक और फीफा विश्व कप खेल सकेंगे रूसी खिलाड़ी

रूस के एथलीट्स और टीमों को डोपिंग में शामिल नहीं रहने पर टोक्यो ओलंपिक और 2022 विंटर गेम्स में हिस्सा लेने की इजाजत रहेगी। वे 2022 में कतर में होने वाले फीफा विश्व कप में भी हिस्सा ले सकेंगे।

मामला

जानिए क्या है पूरा मामला

दरअसल, रूस के खिलाड़ियों की गलत डोपिंग रिपोर्ट वाडा को भेजी गई थी और इसमें रूस की सरकारी खेल समितियों की सहमति भी थी। इस खबर के सामने आने के बाद से खेल जगत में यह विवाद गरमा गया था। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद 2014 में रूस के ओलंपिक प्रदर्शन पर भी सवाल उठने लगे थे। इसी कारण 2015 में रूस पर एथलेटिक्स में एक राष्ट्र के रूप में हिस्सा लेने पर बैन लगा दिया गया था।

आरोप

पांच सालों से लग रहे थे रूस पर आरोप

पिछले पांच सालों से जांच कर रहे लोग रूस पर एक जटिल डोपिंग प्रोग्राम चलाने का आरोप लगा रहे हैं जिसके कारण उनके एथलीट्स को इंटरनेशनल इवेंट्स में भाग लेने से रोक दिया गया था। सितंबर 2018 में कई जांचों के बाद WADA ने एथलीट्स पर से बैन हटा दिया था, लेकिन उन्होंने एथलीट्स का डाटा सब्मिट करने की शर्त रखी थी। इसके बाद रूस पर डाटा के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था।

जानकारी

निरस्त हुई लैब की एक्रीडिटेशन, रियो ओलंपिक से निकाले गए 111 रूसी एथलीट्स

आरोप लगने के बाद 2015 में रूस की एंटी-डोपिंग लैब का एक्रीडिटेशन निरस्त कर दिया गया था। इसके अलावा IOC ने रियो ओलंपिक के लिए रूस के 389 एथलीट्स के दल से ट्रैक एंड फील्ड की पूरी टीम सहित 111 एथलीट्स को निकाल दिया था।

2018 विंटर ओलंपिक

2018 विंटर ओलंपिक में रूस पर लगा था पूर्ण प्रतिबंध

मामले की और गहन जांच करने के बाद IOC ने 2018 विंटर ओलंपिक में रूस के भाग लेने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। 168 एथलीट्स को इंटरनेशनल फेडरेशन की व्यवस्था पर हिस्सा लेने दिया गया, लेकिन उन्हें भी न्यूट्रल यूनिफॉर्म पहनना पड़ा था। इसके अलावा किसी भी वीन्यू पर रूस के झंडे को नहीं दिखाया गया था और रशियन ओलंपिक कमेटी को इसमें हिस्सा लेने से पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया था।