टेस्ट क्रिकेट: अश्विन का रोहित, कोहली और धोनी की कप्तानी में कैसा रहा प्रदर्शन? जानिए आंकड़े
बीते बुधवार (18 दिसंबर) को दिग्गज खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने अपने बेमिसाल टेस्ट करियर का अंत विश्व के सातवें सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में किया। अश्विन ने अपने टेस्ट करियर में कभी कप्तानी नहीं की और अपना ज्यादातर क्रिकेट महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा के नेतृत्व में खेला। आइए उनके विभिन्न कप्तानों के नेतृत्व में किए प्रदर्शन के बारे में जानते हैं।
धोनी की कप्तानी में अश्विन ने किया था अपना टेस्ट डेब्यू
अश्विन ने 2011 में अपने टेस्ट करियर का आगाज किया और उनके पहले कप्तान धोनी थे। अपने पहले मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने कुल 9 विकेट (3/81 और 6/47) लेकर टेस्ट क्रिकेट में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। धोनी की अगुआई में अश्विन ने 22 टेस्ट (2011-2014) खेले, जिसमें 28.77 की औसत से 109 विकेट चटकाए थे। इस बीच उन्होंने 9 पारियों में 5 विकेट हॉल लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 103 रन देते हुए 7 विकेट लेना रहा।
कोहली के नेतृत्व में जोरदार रहा अश्विन का प्रदर्शन
अश्विन ने अपना सबसे ज्यादा क्रिकेट को कोहली की कप्तानी में खेला। इस दिग्गज स्पिनर ने 2015-2022 के बीच 55 टेस्ट खेले, जिसमें 22.13 की औसत के साथ 293 विकेट लिए थे। उन्होंने 21 पारियों में 5 विकेट हॉल लिए थे। अश्विन ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के पहले चक्र (2019-21) में सिर्फ 14 टेस्ट में 20.33 की औसत के साथ 71 विकेट लिए थे। वह इस चक्र में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे।
रोहित की कप्तानी में अश्विन ने किया अपने करियर का अंत
रोहित की कप्तानी में अश्विन ने एडिलेड में अपना आखिरी टेस्ट खेला। अपने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच में वह सिर्फ एक विकेट ही ले सके थे। रोहित के नेतृत्व में अश्विन ने 20 टेस्ट (2022-24) खेले, जिसमें 21.60 की औसत के साथ कुल 100 विकेट लिए थे। उन्होंने 7 पारियों में 5 विकेट हॉल भी लिए थे। मौजूदा WTC (2023-25) में उन्होंने 14 टेस्ट में 24.55 की औसत के साथ 63 विकेट लिए थे।
अन्य कप्तानों के नेतृत्व में अश्विन का प्रदर्शन
अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में अश्विन ने 5 टेस्ट खेले, जिसमें 24.27 की औसत के साथ कुल 22 विकेट लिए थे। केएल राहुल के नेतृत्व में भारतीय स्पिनर ने 3 टेस्ट खेले, जिसमें वह सिर्फ 8 सफलताएं ही हासिल कर सके थे। वीरेंद्र सहवाग की कप्तानी में अश्विन ने इकलौता टेस्ट खेला, जिसमें उन्होंने 5 विकेट अपने नाम किए थे। दिलचस्प रूप से अश्विन इन कप्तानों के अंतर्गत खेलते हुए कभी 5 विकेट हॉल नहीं ले सके।
बेमिसाल रहा अश्विन का टेस्ट करियर
अश्विन ने अपने बेमिसाल टेस्ट करियर का अंत 24.00 की उम्दा औसत से 537 विकेटों के साथ किया। उन्होंने 106 टेस्ट मैच की 200 पारियों में भारत के लिए गेंदबाजी की थी। उन्होंने 37 पारियों में 5 विकेट हॉल अपने नाम किए। टेस्ट में अश्विन से ज्यादा विकेट मुथैया मुरलीधरन (800), शेन वॉर्न (708), जेम्स एंडरसन (704), अनिल कुंबले (619), स्टुअर्ट ब्रॉड (604), और ग्लेन मैक्ग्रा (563) ने लिए थे।