रणजी ट्रॉफी फाइनल: मुंबई की पहली पारी 224 पर सिमटी, विदर्भ को भी लगे शुरुआती झटके
विदर्भ क्रिकेट टीम और मुंबई क्रिकेट टीम के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहले दिन मुंबई सिर्फ 224 रन बनाने के बाद ऑलआउट हो गई। जवाब में विदर्भ ने अपनी पहली पारी में 3 विकेट खोकर 31 रन बना लिए हैं। अभी टीम 193 रन से पीछे है। अथर्व तायडे (21*) और आदित्य ठाकरे (0*) दिन का खेल खत्म होने के बाद नाबाद लौटे। ऐसे में आइए पहले दिन के खेल पर एक नजर डाल लेते हैं।
ऐसा रहा पहले दिन का खेल
विदर्भ ने मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनका यह फैसला सही साबित हुआ और एक समय 111 रन तक मुंबई के 6 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे। टीम का शीर्ष क्रम कुछ खास नहीं कर पाया। शार्दुल ठाकुर (75) ने आखिरी के ओवरों में शानदार बल्लेबाजी की और स्कोर 224 तक पहुंचाया। विदर्भ के लिए हर्ष दुबे और यश ठाकुर ने 3-3 विकेट लिए। उमेश यादव के खाते में 2 विकेट आए।
शार्दुल की शानदार फॉर्म जारी
शार्दुल की शानदार फॉर्म रणजी ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में भी जारी रही। उन्होंने 69 गेंद का सामना करते हुए 75 रन बनाए। उनके बल्ले से 8 चौके और 3 छक्के निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 108.70 की रही। तमिलनाडु क्रिकेट टीम के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में शार्दुल ने 109 रन की पारी खेली थी। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का पहला शतक था। शार्दुल 82 प्रथम श्रेणी मुकाबलों में लगभग 20 की औसत से 1,949 रन बना चुके हैं।
ऐसी रही विदर्भ की गेंदबाजी
विदर्भ के गेंदबाजों ने मुंबई के बल्लेबाजों को ज्यादा देर तक जमने नहीं दिया। उमेश ने 13.3 ओवर गेंदबाजी की और 43 रन देकर 2 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। आदित्य ठाकरे को 1 सफलता मिली। हर्ष ने 20 ओवर गेंदबाजी की और 3 मेडन ओवर के साथ 62 रन देकर 3 विकेट लिए। यश ने 11 ओवर में 2 मेडन ओवर के साथ 54 रन खर्च करते हुए 3 विकेट झटके।
मुंबई के गेंदबाजों ने दिए शुरुआती झटके
बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी में भी शार्दुल का जलवा बरकरार रहा। उन्होंने विदर्भ को पहला झटका दिया और ध्रुव शोरे खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए। इसके बाद धवल कुलकर्णी ने अमन मोखाड़े और करुण नायर को भी पवेलियन की राह दिखाई। भारतीय टीम से बाहर चल रहे श्रेयस अय्यर, पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए। उन्होंने मुंबई की पहली पारी में क्रमश: 46, 7, 7 के स्कोर बनाए।