दो ओलंपिक पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, जानिए उनकी उपलब्धियां
भारतीय बैडमिंटन को शिखर तक पहुंचाने में पीवी सिंधु ने अहम योगदान दिया है। सिंधु मंगलवार (05 जुलाई) को 27 साल की हो गई हैं। वह एकमात्र भारतीय महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक खेलों में दो पदक जीते हैं। वहीं वह बैडमिंटन इतिहास में रजत पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय शटलर हैं। इसके अलावा भी उन्होंने कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं और कई उपलब्धियां हासिल की हैं, उन पर एक नजर डालते हैं।
BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय
साल 2019 में सिंधू BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थीं। उन्होंने खिताबी मुकाबले में जापान की नाओमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराते हुए इस उपलब्धि को हासिल किया था। लगभग 38 मिनट तक चले उस मैच में सिंधू ने ओकुहारा को लगभग एकतरफा मुकाबले में हराया था। 2017 और 2018 में उन्होंने लगातार रजत पदक अपने नाम किए थे।
पांच वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक
BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक, सिंधू का पांचवां वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक था। पूर्व ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियन चीन की झैंग निंग के साथ सिंधू संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक जीतने वाली एकल खिलाड़ी बनी थीं। उन्होंने 2017, 2018 में दो रजत और 2013 और 2014 में दो कांस्य पदक अपने नाम किया था। सिंधू वर्ल्ड चैंपियनशिप में सबसे तेज पांच पदक हासिल करने वाली खिलाड़ी हैं।
सबसे लंबा वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल
वर्ल्ड चैंपियनशिप के 2017 संस्करण में सिंधू ने एक और रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने ओकुहारा के खिलाफ 110 मिनट तक फाइनल खेला, लेकिन उन्हें हार मिली। हालांकि, यह टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा फाइनल बन गया।
लगातार दो ओलंपिक पदक
सिंधु ने रियो ओलंपिक 2016 के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया था। वह ओलंपिक इतिहास में फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी थी। हालांकि, वह खिताबी मुकाबले में स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारकर रजत पदक ही पा सकी। इसके बाद टोक्यो ओलंपिक में सिंधु ने कांस्य पदक हासिल किया। वह दो ओलंपिक पदक हासिल करने वाली इकलौती भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। बता दें उनके अलावा सिर्फ साइना नेहवाल ही ओलंपिक पदक (कांस्य) वाली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
सिंधु के अन्य रिकॉर्ड्स
सिंधु ने 2018 में खेले गए एशियाई खेलों में सिल्वर मेडल जीता था। वह एशियाई खेलों में एकल स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनीं थी। फाइनल में उन्हें चीनी ताइपे की ताई जु यिंग से 13-21 16-21 से हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा वह राष्ट्रमंडल खेलों में कुल तीन पदक जीत चुकी हैं। उन्होंने 2014 में कांस्य और 2018 में रजत जीता। इसके अलावा 2018 में ही मिश्रित टीम में स्वर्ण पदक जीता था।