थाईलैंड ओपन: गलत थी साइना की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट, बुधवार को खेलेंगी अपना मुकाबला
थाईलैंड ओपन में हिस्सा लेने गई स्टार भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल को बीते मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव बताया गया था। इसके बाद नेहवाल को हॉस्पिटल ले जाया गया था और उन्हें 10 दिन क्वारंटाइन रहने को कहा गया था। हालांकि, अब बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने बयान जारी करते हुए साइना की उस रिपोर्ट को गलत बताया है। साइना अब बुधवार को अपना मुकाबला खेलने के लिए फ्री हैं।
खेलने के लिए क्लियर हैं पॉजिटिव मिले चार में से तीन खिलाड़ी- BWF
इंडिया टुडे के मुताबिक BWF ने अपने बयान में कहा कि पॉजिटिव पाए गए चार में से तीन खिलाड़ी क्लियर कर दिए गए हैं। बयान के मुताबिक, "BWF और बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ थाईलैंड कंफर्म कर सकती है कि जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए चार में से तीन खिलाड़ियों खेलने के लिए क्लियर कर दिए हैं। इन खिलाड़ियों के भारत की साइना नेहवाल, एचएस प्रनोय और जर्मनी के राल्फी जैंसन शामिल हैं।"
कमेटी संतुष्ट है कि खिलाड़ियों से टूर्नामेंट को नहीं कोई खतरा- BWF
बयान में आगे कहा गया कि नेहवाल, प्रनोय और जैंसन का पीसीआर टेस्ट पॉजिटिव था, लेकिन उनका एंडीबॉडी IgG भी पॉजिटिव था। BWF के मुताबिक, "पॉजिटिव एंटीबॉडी टेस्ट का मतलब होता है कि व्यक्ति कभी कोरोना संक्रमित हुआ था। इसका यह मतलब नहीं है कि वर्तमान समय में संक्रमित है। ये तिकड़ी 2020 में कभी संक्रमित हुई थी। कमेटी संतुष्ट थी कि वे संक्रमित नहीं हैं और उनसे टूर्नामेंट को कोई खतरा नहीं है।"
BAI ने की थी खिलाड़ियों को दोबारा टेस्ट करने की मांग
बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) ने मंगलवार को ही खिलाड़ियों को दोबारा टेस्ट करने की अपील की थी। BAI का कहना था कि जब खिलाड़ी लगातार कोविड प्रोटोकॉल फॉलो कर रहे हैं तो फिर वे पॉजिटिव कैसे हो सकते हैं। इसके अलावा साइना ने भी आरोप लगाए थे कि उन्हें बीते दिन की रिपोर्ट नहीं मिली थी जबकि टेस्ट के पांच घंटे बाद उन्हें रिपोर्ट मिल जानी चाहिए थी।
श्रीकांत ने जताई टेस्ट को लेकर नाराजगी
पुरुष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने स्वास्थ्य कर्मचारियों के खराब व्यवहार की बात की है। श्रीकांत ने ट्विटर पर कुछ फोटो अपलोड की है जिसमें उनके नाक से खून बहता दिख रहा है। उन्होंने लिखा, 'हम अपना ध्यान मैच के लिए देते हैं ना कि यहां आकर खून बहाने के लिए। हालांकि, मैंने यहां आने के बाद से चार टेस्ट दिए हैं और मैं नहीं कह सकता कि उसमें से एक भी अच्छा था।'