भारत में कोरोना की भयावहता पर बोले वॉर्नर, कहा- अंतिम संस्कार के लिए लगी थी लाइन
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में हिस्सा लेने के लिए भारत में थे। वह हाल ही में वापस अपने घर पहुंचे हैं। वॉर्नर ने उस दौरान भारत में कोरोना की भयावहता पर बात की है। उन्होंने कहा है कि भारत में कोरोना का कहर इतना भयानक था कि लोगों को अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए भी लाइन लगानी पड़ रही थी। आइए जानते हैं पूरी खबर।
अपनों के अंतिम संस्कार के लिए लाइन में खड़े थे लोग- वॉर्नर
हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक वॉर्नर ने कहा कि ऑक्सीजन को लेकर भारत में जो हो रहा था उसे टीवी पर देखने के बाद सारे लोग चिंतित हो गए थे। उन्होंने आगे कहा, "लोग अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए लाइन लगाकर खड़े रहते थे और हमने कई बार मैदान आते-जाते यह नजारा देखा था। यह काफी भयावह था। मानवता के नाते यह चीजें काफी परेशान करने वाली थीं।"
दूसरी लहर ने भारत में खूब मचाई तबाही
भारत में मई में कुल 90.10 लाख लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए और कुल 1,20,042 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हुई है। यह मई के महीने में दुनिया में संक्रमण और मौतों की सबसे अधिक संख्या है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रिकॉर्ड के अनुसार भारत में 1 मई को संक्रमितों की कुल संख्या 1,91,64,969 थी जो 31 मई को 90,10,075 की इजाफे के साथ 2,81,75,044 पर पहुंच गई है।
IPL निलंबित करना सही निर्णय- वॉर्नर
वॉर्नर ने कहा कि IPL को निलंबित करना एकदम सही निर्णय था, लेकिन इसके आयोजन के लिए हर संभव प्रयास किए गए थे। उन्होंने कहा, "भारत में सभी लोग क्रिकेट पसंद करते हैं। आधे से अधिक लोग अपने चेहरे पर स्माइल लाने और क्रिकेट देखने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। हमारे लिए वहां से निकलना काफी मुश्किल था क्योंकि हमें यह तत्काल करना था। सारे लोग अपने देश से बाहर लॉक हो चुके थे।"
इस कारण निलंबित करनी पड़ी थी लीग
IPL 2021 के बीच में कोलकाता के संदीप वारियर और वरुण चक्रवर्ती कोरोना संक्रमित पाए गए। ऐसे में 03 मई को बैंगलोर और कोलकाता के बीच होने वाले मुकाबले को स्थगित करना पड़ा। इसके अलावा चेन्नई दल के तीन सहयोगी सदस्य भी संक्रमित पाए गए। संक्रमण यहीं नहीं रुका और हैदराबाद के रिद्धिमान साहा व दिल्ली के अमित मिश्रा भी चपेट में आ गए। बायो सिक्योर बबल के बावजूद लगातार आ रहे मामलों के बाद लीग को स्थगित करना पड़ा।