PCB की बदल गई प्राथमिकताएं, कमाई के लिए अंतरराष्ट्रीय सीरीज भी टालने को तैयार- रिपोर्ट
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ फरवरी, 2024 में होने वाली घरेलू सीरीज को स्थगित करने की योजना बना रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बोर्ड के इस कदम के पीछे यह बताया जा रहा है कि अगले साल इसी समय पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के आगामी संस्करण का आयोजन निर्धारित है। ऐसे में बोर्ड को किसी एक टूर्नामेंट को टालना पड़ेगा या उसे आगे खिसकाना पड़ेगा।
फरवरी, 2024 में वेस्टइंडीज दौरा प्रस्तावित
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के फ्यूचर टूर प्रोग्राम्स (FTP) के अनुसार, पाकिस्तान को 2024 की शुरुआत में 2 टेस्ट मैचों और 3 वनडे मैचों की सीरीज के लिए वेस्टइंडीज की मेजबानी करनी है। पाकिस्तान बोर्ड उस द्विपक्षीय सीरीज के भविष्य और PSL के अगले संस्करण पर चर्चा करने के लिए कई हितधारकों के साथ चर्चा कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि PCB को हितधारकों के आगे झुकना ही होगा।
वेस्टइंडीज सीरीज को समायोजित करना PCB के लिए बड़ी चुनौती
PCB के लिए वेस्टइंडीज सीरीज को समायोजित करना बड़ा सिरदर्द बन सकता है। अगर पाकिस्तान PSL के पूरा होने के बाद सीरीज की मेजबानी करने की योजना बनाता है तो वेस्टइंडीज के बहुत सारे क्रिकेटर उससे बाहर हो सकते हैं। इस वजह ये है कि PSL खत्म होते ही बहुत सारे विंडीज क्रिकेटर्स भारत में आयोजित होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का हिस्सा बनने के लिए पाकिस्तान से चले जाएंगे।
IPL के कारण इस साल भी नुकसान झेल चुका है PCB
IPL की तारीखों से सीधे टकराव का नुकसान PCB इस साल भी झेल चुका है। ऐसे में उसके लिए दोहरी समस्या खड़ी हो गई है। IPL 2023 के दौरान पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अप्रैल और मई में घरेलू सीरीज का आयोजन किया था। तब न्यूजीलैंड के बहुत सारे शीर्ष क्रिकेटर्स IPL के कारण चयन के लिए उपलब्ध ही नहीं थे। अगर मेहमान टीम के स्टार खिलाड़ी नहीं आते हैं तो यह अंततः उनके राजस्व को प्रभावित कर सकता है।
PSL में दो और टीमें जोड़ने पर विचार कर रहा है PCB
वैसे PCB की योजना PSL टूर्नामेंट में दो और फ्रेंचाइजी को जोड़ने की भी है। जिससे इस टूर्नामेंट में कुल टीमों की संख्या बढ़कर 8 हो जाएगी। फिलहाल वित्त विभाग इस बारे में संभावनाएं तलाश रहा है। इसके अलावा इस बात की चर्चा अन्य 6 मौजूदा टीमों से भी की गई है। रिपोर्ट्स की मानें तो टूर्नामेंट के विस्तार में कुछ जटिलताएं हैं जिन्हें हल करने की आवश्यकता है क्योंकि इसमें वित्त वितरण मॉडल भी प्रमुख मुद्दा है।