भारतीय इंटर-सिटी टी-20 लीग में खेलने के लिए कमिंस को हुई बड़ी रकम की पेशकश- रिपोर्ट
आजकल विश्व भर में खेली जाने वाली टी-20 लीग्स में खिलाड़ियों को जमकर पैसा मिल रहा है और कुछ खिलाड़ी अपनी नेशनल ड्यूटी को छोड़कर टी-20 लीग में खेलना पसंद करते हैं। वहीं दूसरी तरफ खिलाड़ी ऐसे भी मौजूद हैं, जो अपने देश को आगे रखना पसंद करते हैं। इस बीच खबर है कि ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस को भारत की इंटर-सिटी लीग में खेलने के लिए बड़ी रकम पेश की गई थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था।
कमिंस ने देश को आगे रखा, पेशकश ठुकराई
रिपोर्ट के मुताबिक कमिंस को कुछ भारतीय इंटर-सिटी टी-20 लीग द्वारा पांच करोड़ से अधिक रुपय (एक मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर) की पेशकश हुई थी। फॉक्स स्पोर्ट्स के अनुसार कमिंस ने अपने देश के लिए खेलने को प्राथमिकता देने के लिए प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था। इस बीच यह भी बात सामने आई है कि BCCI के कई राज्य संघ भारत की शहर आधारित स्थानीय फ्रेंचाइजी लीग के लिए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को लाने की तलाश कर रहे हैं।
देश के लिए खेलना सबसे पहले है- कमिंस
ऑस्ट्रेलिया टीम के टेस्ट कप्तान कमिंस ने फ्रैंचाइजी टूर्नामेंट के बढ़ रहे प्रभाव के बारे में कहा, "ये खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़े अवसर हैं और यह तेजी से फैल रहे हैं। अपने देश के लिए खेलना इस समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अभी भी सभी के लिए वरीयता में सबसे आगे है और खासकर ऑस्ट्रेलिया में। लेकिन ये ऐसा ही रहने वाला है इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता।"
टी-20 लीग्स की बढ़ रही है संख्या
हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (ILT20) और दक्षिण अफ्रीका (SA20) में दो निजी स्वामित्व वाली लीग के उदय के साथ फ्रैंचाइजी क्रिकेट की शक्ति स्पष्ट हो गई है, जिन्होंने खिलाड़ियों को बड़ी रकम की पेशकश की है। इन लीग्स की कई टीमों का स्वामित्व इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी के मालिकों के पास है। फ्रेंचाइजी क्रिकेट के बढ़ावे के साथ खिलाड़ियों के सामने वर्कलोड की समस्या देखने को मिल रही है।
फ्रेंचाइजी क्रिकेट के चलते अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बना रहे हैं सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से दूरी
इस महीने की शुरुआत में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने और दुनिया भर में अधिक घरेलू फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग में भाग लेने के लिए खुद को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से अलग कर लिया था। वहीं जिमी नीशम ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को ठुकरा दिया था। उन्होंने अपने फैसले का कारण दुनियाभर में टी-20 लीग के लिए प्रतिबद्धताओं को बताया है।