भारत का एक और सपोर्ट स्टॉफ कोरोना संक्रमित, अंतिम टेस्ट खेले जाने पर संशय
क्या है खबर?
इंग्लैंड और भारत की टीमें 10 सितंबर (शुक्रवार) से सीरीज का पांचवां और अंतिम टेस्ट खेलने की तैयारी कर रही हैं। टेस्ट शुरु होने से एक दिन पहले ही भारतीय टीम को बड़ा झटका लगा है। दरअसल भारतीय टीम के एक और सपोर्ट स्टॉफ को कोरोना संक्रमित पाया गया है।
बुधवार को ट्रेनिंग शुरु करने वाली भारतीय टीम की ट्रेनिंग को भी रद्द कर दिया गया है और खिलाड़ियों को होटल के कमरे में जाने को कहा गया है।
बुधवार
बुधवार की शाम को कराया गया था टीम का टेस्ट
ऐसा बताया जा रहा है कि पूरी भारतीय टीम का गुरुवार की सुबह कोरोना टेस्ट कराया गया है और इसका परिणाम आना अभी बाकी है। बुधवार की शाम को पूरी टीम का टेस्ट कराया गया था और उसके बाद ही नए संक्रमण का मामला सामने आया है।
बुधवार को भारतीय टीम ने मैनचेस्टर में शेड्यूल के हिसाब से ट्रेनिंग की थी। गुरुवार को टीम ट्रेनिंग के लिए नहीं उतर सकी।
असर
अंतिम टेस्ट और IPL की शुरुआत पर पड़ सकता है असर
नए संक्रमण का मामला मिलने के बाद पूरी टीम के टेस्ट रिजल्ट का इंतजार किया जा रहा है। यदि खिलाड़ियों में से किसी में संक्रमण की पुष्टि होती है तो फिर पांचवें टेस्ट पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
इसके अलावा खिलाड़ी के संक्रमित होने पर लगभग पूरी टीम को ही क्वारंटाइन होना पड़ेगा और ऐसे में 19 सितंबर से शुरु हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत भी प्रभावित हो सकती है।
रवि शास्त्री
ओवल टेस्ट के दौरान कोरोना संक्रमित मिले थे हेडकोच
ओवल टेस्ट के चौथे दिन का खेल शुरु होने से पहले ही हेडकोच रवि शास्त्री लैट्रल फ्लो टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे। आइसोलेशन में जाने के बाद उनका RT-PCR टेस्ट भी पॉजिटिव आया था।
शास्त्री के अलावा गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर भी RT-PCR टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे। तीनों ही लोग 10 दिन के क्वारंटाइन में हैं और आखिरी टेस्ट के लिए टीम के साथ नहीं हैं।
कोरोना के मामले
पहले भी कोरोना मामलों से जूझी है भारतीय टीम
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरु होने से पहले ही विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भी कोरोना संक्रमित मिले थे। श्रीलंका दौरे पर भी टी-20 सीरीज के दौरान क्रुणाल पंड्या को पॉजिटिव पाया गया था।
कुछ दिनों बाद दौरे पर गए दो अन्य खिलाड़ी युजवेंद्र चहल और कृष्णप्पा गौतम भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। सभी खिलाड़ी निश्चित समय के आइसोलेशन के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गए थे।