रणजी ट्रॉफी 2021-22: उत्तर प्रदेश से ड्रॉ खेलने के बावजूद फाइनल में पहुंची मुंबई

रणजी ट्रॉफी 2021-22 का दूसरा सेमीफाइनल मुंबई और उत्तर प्रदेश के बीच खेला गया जो कि ड्रॉ पर समाप्त हुआ। हालांकि, पहली पारी के बढ़त के आधार पर मुंबई को विजेता घोषित किया गया और उन्होंने फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। मुंबई की टीम रिकॉर्ड 47वीं बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है। 2016-17 सीजन के बाद वे पहली बार फाइनल में पहुंचे हैं।
मुंबई ने पहली पारी में यशस्वी जायसवाल (100) और हार्दिक तमोरे (115) की बदौलत 393 रन बनाए थे। इसके जवाब में उत्तर प्रदेश की पहली पारी केवल 180 के स्कोर पर समाप्त हो गई थी। दूसरी पारी मुंबई ने पांचवें दिन 533/4 के स्कोर पर घोषित की और मुकाबला ड्रॉ़ हो गया। दूसरी पारी में मुंबई की ओर से जायसवाल (181) और अरमान जाफर (127) ने सबसे अधिक रन बनाए।
दोनों पारियों में शतक लगाने वाले जायसवाल मुंबई के लिए रणजी मुकाबले में दोनों पारियों में शतक लगाने वाले नौवें बल्लेबाज बने हैं। दूसरी पारी में उन्होंने 55 गेंदों में खाता खोला था। रणजी ट्रॉफी में मुंबई से एसएम कादरी, उदय मर्चेंट, दत्तू फाड़कर, विनोद कांबली, सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे और वसीम जाफर दोनों पारियों में शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं। यशस्वी इस सूची में अब शामिल हो गए हैं।
1934-35 में मुंबई ने पहली बार रणजी फाइनल में जगह बनाई थी और चैंपियन रहे थे। अब तक खेले 46 में से केवल पांच ही बार मुंबई ने फाइनल गंवाया है। 41 बार की चैंपियन मुंबई ने आखिरी बार 2015-16 में खिताब अपने नाम किया था। मुंबई के नाम लगातार 15 सीजन तक रणजी ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड है। उन्होंने 1958-59 से लेकर 1972-73 तक लगातार रणजी ट्रॉफी जीता था।
मध्य प्रदेश ने बंगाल को 174 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश किया है। 1999 के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने के बाद 22 जून से होने वाले फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश का सामना मुंबई से होना है।