
IPL के इतिहास में सर्वाधिक बार शून्य पर आउट होने वाले कप्तान, जानिए आंकड़े
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का इतिहास रोमांच, रिकॉर्ड्स, विकेट और रनों से भरा हुआ है। कुछ रिकॉर्ड ऐसे हैं जो खिलाड़ियों के लिए कम गौरवपूर्ण साबित होते हैं।
रोहित शर्मा ने मुंबई इंडियंस (MI) को 5 बार IPL की ट्रॉफी दिलाई। इसके साथ ही उनके नाम सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने वाले कप्तान का रिकॉर्ड भी है।
ऐसे में आइए जानते हैं IPL के उन कप्तानों के बारे में जो सर्वाधिक बार शून्य पर आउट हुए हैं।
#1
रोहित शर्मा (11 बार)
रोहित इस सूची में पहले स्थान पर हैं। उन्होंने 158 मैचों में MI के लिए कप्तानी की और इस दौरान 157 पारियों में 11 बार खाता खोले बिना पवेलियन लौटे।
उन्होंने कप्तान के तौर पर 129.37 की स्ट्राइक रेट और 28.07 की औसत से 3,986 रन बनाए। उनके बल्ले से 25 अर्धशतक निकले और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 98* रन रहा।
इस खिलाड़ी ने 2013 से 2023 तक MI टीम की कप्तानी की थी।
#2
गौतम गंभीर (10 बार)
गौतम गंभीर इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं और वह कप्तान के रूप में 10 बार शून्य पर आउट हुए थे। वह दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के कप्तान रहे थे।
गंभीर की कप्तानी में KKR ने 2 बार IPL ट्रॉफी जीती थी। उन्होंने 127 पारियों में 122.79 की स्ट्राइक रेट और 31.13 की औसत से 3,518 रन बनाए थे।
उनके बल्ले से 31 अर्धशतक निकले थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 93 रन रहा था।
#3
एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न (7 बार)
एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। दोनों संयुक्त रूप से 7 बार शून्य पर आउट हुए थे।
गिलक्रिस्ट जो IPL में डेक्कन चार्जर्स और पंजाब के कप्तान रहे, अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए प्रसिद्ध थे।
उन्होंने 2009 में डेक्कन चार्जर्स को IPL ट्रॉफी भी दिलाई थी। वार्न की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स (RR) को 2008 में जीत मिली थी।
गिलक्रिस्ट ने कप्तान के रूप में 26.76 की औसत से 1,900 रन बनाए थे।
#4
विराट कोहली (6 बार)
विराट कोहली IPL इतिहास के सबसे बड़े नामों में से एक हैं, लेकिन कप्तान के रूप में वह 6 बार शून्य पर आउट हुए थे।
कोहली ने RCB के लिए कप्तान के तौर पर 143 मैचों में 41.96 की औसत से 4,994 रन बनाए थे। जिसमें 5 शतक और 37 अर्धशतक शामिल है। उनकी स्ट्राइक रेट 133.31 की रही थी।
RCB के कप्तान के रूप में उन्होंने कई यादगार प्रदर्शन किए, हालांकि ट्रॉफी से वह अभी भी दूर हैं।