भारत बनाम इंग्लैंड: शमी ने शुरु की ट्रेनिंग, डे-नाइट टेस्ट के लिए हो सकते हैं उपलब्ध
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट के दौरान चोटिल होने वाले भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने दोबारा ट्रेनिंग शुरु कर दी है। कलाई में फ्रैक्चर से उबरने के बाद शमी ने बेंगलुरु के नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में ट्रेनिंग शुरु कर दी है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगी इस चोट के कारण शमी इंग्लैंड के खिलाफ चल रही घरेलू टेस्ट सीरीज के पहले दो मैचों से बाहर हुए हैं।
कुछ दिनों तक हल्की ट्रेनिंग करेंगे शमी- सूत्र
इंडिया टुडे के मुताबिक एक सूत्र ने PTI से कहा कि शमी की कलाई अब पूरी तरह से ठीक है। सूत्र ने आगे कहा, "अगले कुछ दिनों तक वह हल्की ट्रेनिंग करेंगे। उन्हें कहा गया है कि कुछ दिनों तक हल्की क्षमता के साथ दिन में 18 गेंद फेंके। वह लगभग डेढ़ महीने से बाहर हैं तो इसी तरह से वर्कलोड को मैनेज किया जाएगा।" फिलहाल शमी एक छोटे रनअप के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं।
अगले हफ्ते तक साफ हो जाएगी डे-नाइट टेस्ट के लिए शमी की उपलब्धता
सूत्र ने आगे बताया कि अगले हफ्ते तक शमी की ट्रेनिंग को मीडियम क्षमता तक पहुंचाया जाएगा और फिर उनके डे-नाइट टेस्ट में उपलब्ध रहने पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा, "डे-नाइट टेस्ट शुरु होने में अब भी लगभग ढाई हफ्ते का समय बचा है। ऐसा लग रहा है कि शमी सिलेक्शन के लिए फिट होंगे। अगले हफ्ते तक चीजें एकदम साफ हो जाएंगी क्योंकि उन्हें किसी प्रकार की चोट नहीं है।"
ऑस्ट्रेलिया दौरे के पहले टेस्ट में चोटिल हुए थे शमी
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट की दूसरी पारी में बल्लेबाजी के समय शमी चोटिल हुए थे। पैट कमिंस की तेज गेंद उनके हाथ में लगी थी जिसके बाद उन्हें दर्द से तड़पते हुए मैदान से बाहर जाना पड़ा था। स्कैन में पता चला था कि उनकी कलाई में फ्रैक्चर है जिसके कारण वह उस मैच और बाकी बचे तीन अन्य टेस्ट से बाहर होकर वापस भारत लौट आए थे।
2016 से टेस्ट में भारत के सफलतम तेज गेंदबाज रहे हैं शमी
जनवरी 2016 से अब तक भारत में खेले 14 टेस्ट में शमी ने 51 विकेट हासिल किए हैं। इस अवधि में वह उमेश यादव (73) के बाद भारत में दूसरे सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। शमी ने अपने विकेट 22.05 की औसत और 45.8 की शानदार स्ट्राइक रेट से हासिल किए हैं। जनवरी 2016 से अब तक शमी ने 38 टेस्ट में 133 विकेट लिए हैं और सबसे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज हैं।