भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: मिचेल मार्श ने वनडे में पहली बार ओपनिंग करते हुए जमाया अर्धशतक
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे पहले वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बल्लेबाज मिचेल मार्श ने शानदार अर्धशतक लगाया है। पारी की शुरुआत करने आए मार्श ने अपने वनडे करियर का 14वां अर्धशतक पूरा करने के लिए 51 गेंदों का सहारा लिया। तेजी से बल्लेबाजी कर रहे मार्श को रविंद्र जडेजा ने मोहम्मद सिराज के हाथों कैच आउट कराया। आइए उनकी पारी और आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
मार्श ने भारत के खिलाफ लगाया अपना पहला अर्धशतक
मार्श ने वनडे में भारत के खिलाफ अपना पहला अर्धशतक लगाया है। उन्होंने शुरुआत से ही अच्छी रन गति से बल्लेबाजी की और अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने भारत के स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ तेजी से रन बटोरे। अच्छी बल्लेबाजी कर रहे मार्श 65 गेंदों में 81 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके और 5 छक्के लगाए। वह 129 के टीम स्कोर पर तीसरे विकेट के रूप में आउट हुए।
बल्लेबाजी में ऐसा रहा है मार्श का करियर
ऑलराउंडर मार्श ने साल 2011 में वनडे अंतरराष्ट्रीय में अपना पदार्पण किया था। उन्होंने अब तक 70 वनडे खेल लिए हैं, जिसमें 33.25 की औसत और 90.67 की स्ट्राइक रेट से 1,895 रन बना लिए हैं। वह अब तक 1 शतक और 14 अर्धशतक लगा चुके हैं। उन्होंने रनों के मामले में अपने साथी खिलाड़ी मैथ्यू वेड (1,867) को पीछे छोड़ दिया है। वह ऑस्ट्रेलिया की ओर से वनडे में 29वें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
भारत के खिलाफ मार्श का कैसा रहा है प्रदर्शन?
भारत के खिलाफ यह मार्श का सिर्फ छठा वनडे मैच है, जिसमें उन्होंने 81.66 की बेहतरीन औसत और 112.38 की उम्दा स्ट्राइक रेट के साथ 245 रन बना लिए हैं। यह उनका भारत के विरुद्ध पहला अर्धशतक है। हालांकि, वह भारत के खिलाफ 1 शतक (102 रन नाबाद) लगा चुके हैं। दिलचस्प यह है कि वह पहली बार भारतीय जमीं पर भारत के खिलाफ कोई वनडे मैच खेल रहे हैं।
मार्श को छोड़कर ऑस्ट्रेलिया के शीर्षक्रम ने किया निराश
टॉस हारकर पहले खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया की खराब शुरुआत रही और ट्रेविस हेड सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद स्टीव स्मिथ (22) और मार्नस लाबुशेन (15) भी बड़ी पारी नहीं खेल सके। हालांकि, लगातार गिर रहे विकेटों के बीच मार्श ने एक छोर से तेजी से बल्लेबाजी की। मार्श के आउट होने के बाद अन्य कोई कंगारू बल्लेबाज क्रिज पर नहीं टिक सका और पूरी टीम 188 रनों पर ढेर हो गई।