विराट कोहली फॉर्म हासिल करने के लिए करें सचिन और युवराज से बात- मोंटी पनेसर
क्या है खबर?
अपने करियर के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे विराट कोहली को लेकर तमाम दिग्गज खिलाड़ी हमलावर हो चुके हैं। कोहली को भारतीय टीम से निकाले जाने की मांग जोर पर है।
इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने भी कोहली को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पनेसर का मानना है कि यदि कोहली, सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह से बात करें तो उनकी फॉर्म वापस आ सकती है।
आइए जानते हैं पनेसर ने क्या कहा।
बयान
सचिन और युवराज से बात कर सकते हैं कोहली- पनेसर
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ इंटरव्यू में पनेसर ने कहा कि कोहली, सचिन और युवराज की काफी इज्जत करते हैं और उनसे बातचीत करके उन्हें मदद मिल सकती है।
पनेसर ने कहा, "कोहली, सचिन और युवराज की मदद ले सकते हैं। वह चाहें तो आकर मेरे साथ भी बातचीत कर सकते हैं। उन्हें कोई एक ऐसा व्यक्ति खोजना होगा जिसके साथ वह खुलकर बातचीत कर सकें और ऐसा करने से ही वह अपनी खोई हुई लय हासिल कर पाएंगे।
तारीफ
ICC की हॉल ऑफ फेम में होगा कोहली का नाम- पनेसर
कोहली की महानता पर बात करते हुए पनेसर ने कहा है कि वह ICC की हॉल ऑफ फेम में जरूर शामिल होंगे।
पनेसर ने कहा, "सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय शतकों के मामले में कोहली तीसरे नंबर पर मौजूद हैं। एक शतक लगाते ही वह रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ देंगे। इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप और अगले साल भारत में होने वाले वनडे विश्व कप के बाद यदि वह क्रिकेट से संन्यास ले लें तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।"
आलोचक
इन दिग्गजों ने साधा है कोहली पर निशाना
पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों की बात करें तो कपिल देव ने सबसे पहले कोहली को टीम से बाहर करने की बात कही थी। कपिल ने टेस्ट टीम से रविचंद्रन अश्विन को बाहर किए जाने का उदाहरण दिया था।
वेंकटेश प्रसाद ने पुराने समय का उदाहरण देते हुए कहा था कि फॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ियों को इतने मौके नहीं मिलते थे। हाल ही में सैयद किरमानी ने कोहली को घरेलू क्रिकेट में जाकर फॉर्म हासिल करने की सलाह दी है।
प्रदर्शन
इस साल कोहली का तीनों प्रारूपों में प्रदर्शन
कोहली ने इस साल सात वनडे मुकाबले खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 22.57 की औसत के साथ केवल 158 रन बनाए हैं। इन सात में से दो मैचों में उन्होंने अर्धशतक लगाए हैं जबकि दो बार वह शून्य के स्कोर पर आउट हुए हैं।
कोहली ने इस साल चार टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 20.25 की औसत और 128.57 की स्ट्राइक रेट से 81 रन बनाए हैं। वहीं चार टेस्ट में 31.42 की औसत से 220 रन बनाए हैं।