अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस: ये हैं भारत के पांच सबसे बेहतरीन शतरंज के खिलाड़ी
1996 से लेकर अब तक हर साल 20 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि शतरंज की शुरुआत भारत में हुई और फिर अरब होते हुए यह यूरोप तक पहुंचा। विश्वनाथन आनंद की अपार सफलता के कारण भारत में भी शतरंज को काफी लोकप्रियता मिली है। अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस पर एक नजर पांच बेस्ट भारतीय शतरंज खिलाड़ियों पर।
चेन्नई के रहने वाले ग्रैंडमास्टर
चार बार के इंडियन चेस चैंपियनशिप विजेता 39 वर्षीय चेन्नई के कृष्णन शशिकिरन फिलहाल एक्टिव प्लेयर्स में विश्व में 105वीं रैंकिंग पर हैं। नेशनल रैंकिंग में वह पांचवीं तो वहीं कॉन्टिनेंटल रैंक एशिया में वह 19वें स्थान पर हैं। 2007 में उनकी Elo रेटिंग 2,700 से ज़्यादा थी और वह इस रेटिंग को हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय बने थे। उन्होने 2006 एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था।
अंडर-16 वर्ल्ड चैंपियन ग्रैंडमास्टर
भास्करन अधिबान 2008 अंडर-16 वर्ल्ड चैंपियन और बिएल चेस फेस्टिवल के मास्टर्स ओपन टूर्नामेंट के विजेता रहे थे। वह 2010 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा रहे थे। 2016 में उन्होंने थ्री-वे टाई के बाद टाट स्टील चैलेंज टूर्नामेंट जीता था। 27 साल के अधिबान फिलहाल एक्टिव प्लेयर्स में विश्व में 83वें स्थान पर हैं तो वहीं उनकी एक्टिव कॉन्टिनेंटल रैंक एशिया 16वीं है।
विश्व के एक्टिव प्लेयर्स में 23वें स्थान पर मौजूद युवा भारतीय
विदित संतोष गुजराती जनवरी 2013 में 18 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर बन गए थे। वह 2,700 FIDE रैंकिंग को पार करने वाले चौथे भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं। 2009 में विदित ने वर्ल्ड यूथ शतरंज चैंपियनशिप जीता था। 2011 में नागपुर इंटरनेशनल ओपन में उन्होंने 11 में से आठ प्वाइंट हासिल किए थे और केवल विजेता जिआउर रहमान से पीछे रहे थे। 25 वर्षीय विदित विश्व के एक्टिव प्लेयर्स में 23वें और कॉन्टिनेंटल एशिया रैंक में पांचवें स्थान पर हैं।
भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बनने वाला चैंपियन
हरिकृष्णा कई टूर्नामेंट जीत के साथ भारतीय ग्रैंडमास्टर हैं। एक समय वह सबसे युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर बने थे और 2001 में ही वह कॉमनवेल्थ चैंपियन भी बने थे। 2004 में वह वर्ल्ड जूनियर चैंपियन और 2011 में व्यक्तिगत एशियन चैंपियन बने थे। 2,719 रेटिंग के साथ वह विश्व के 26वें रैंकिंग वाले और एशिया के छठे रैंकिंग वाले खिलाड़ी हैं। फरवरी 2013 में उन्होंने पहली बार 2,700 से ज़्यादा रेटिंग हासिल की थी।
भारतीय शतरंज के सबसे महान खिलाड़ी
भारत की शान विश्वनाथन आनंद ने शतरंज में जीते जा सकने वाले लगभग हर एक चीज को जीत लिया है। मार्च 2011 में उन्होंने 2,800 से ज़्यादा रेटिंग हासिल की थी और ऐसा करने वाले चौथे खिलाड़ी बने थे। आनंद पांच बार के क्लासिकल वर्ल्ड चेस चैंपियन रह चुके हैं। उन्होंने चार बार वर्ल्ड चैंपियनशिप को डिफेंड किया है। 21 महीनों तक वह नंबर वन रहे जो छठा सबसे लंबा समय है।