NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / खेलकूद की खबरें / चेन्नई के गुकेश बने शतरंज में दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंड मास्टर
    अगली खबर
    चेन्नई के गुकेश बने शतरंज में दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंड मास्टर

    चेन्नई के गुकेश बने शतरंज में दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंड मास्टर

    लेखन Neeraj Pandey
    Jan 17, 2019
    10:35 am

    क्या है खबर?

    बीते मंगलवार को तमिलनाडु के रहने वाले डी गुकेश शतरंज में विश्व के दूसरे सबसे कम उम्र और भारत के सबसे कम उम्र के ग्रैंड मास्टर बने हैं।

    पिछले साल जून में तमिलनाडू के ही प्रगन्नानंधा ने यह रिकॉर्ड बनाया था लेकिन 12 साल सात महीने और 17 दिन की उम्र वाले गुकेश ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया।

    पिछले साल दिसंबर में उन्होंने विश्व के सबसे कम उम्र के ग्रैंड मास्टर बनने का मौका गंवाया था।

    भारत

    भारत के 59वें ग्रैंड मास्टर बने

    गुकेश ने अपना तीसरा और फाइनल ग्रैंड मास्टर का तमगा दिल्ली में चल रही 17वीं इंटरनेशनल ओपन चेस टूर्नामेंट में हासिल किया।

    उन्होंने नौवे राउंड में अपने विपक्षी डीके शर्मा को मात दी और भारत के 59वें ग्रैंड मास्टर बने।

    बॉबी फिश्चर और भारत के मास्टर खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को अपना आदर्श मानने वाले इस युवा खिलाड़ी ने बताया कि वह अपनी इस उपलब्धि पर बेहद खुश और रोमांचित है।

    विश्व रिकॉर्ड

    पिछले साल दिसंबर में विश्व रिकॉर्ड बनाने से चूके

    2002 में 12 साल और सात महीने की उम्र में ग्रैंड मास्टर बनने वाले यूक्रेन के सर्जी कर्जाकिन का विश्व रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ सका है।

    हालांकि पिछले साल दिसंबर में बार्सिलोना में हुई सनवे सिटगेस इंटरनेशनल टूर्नामेंट पर गुकेश के पास इस रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका था।

    लेकिन इटली के ग्रैंड मास्टर डेनिले वोकाटूरो के खिलाफ अपना तीसरा राउंड हारकर उन्होंने यह रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका गंवा दिया था।

    शतरंज

    माता-पिता के साथ खेलना किया था शुरु

    गुकेश के माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं और उनके साथ ही घर में उन्होंने शतरंज खेलना शुरु किया था।

    उनके इंट्रेस्ट को देखते हुए उनके पिता ने सात साल की उम्र में उन्हें समर कैंप भेजा जहां एमएस भास्कर उनके कोच थे।

    भास्कर के अलावा विष्णु प्रसन्ना और कुछ अन्य लोगों द्वारा मार्गदर्शित किए जाने वाले गुकेश ने धीरे-धीरे अपना नाम बना लिया।

    2018 में बैंकाक ओपन में उन्होंने अपना पहला ग्रैंड मास्टर सम्मान जीता था।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें

    ताज़ा खबरें

    विदेशी निवेशकों ने एक दिन में बेचे 6,450 करोड़ रुपये के शेयर, जानिए आंकड़े  शेयर बाजार समाचार
    हॉलीवुड में बॉलीवुड का डंका बजा चुकीं ये अभिनेत्रियां, अब दिशा पाटनी की बारी प्रियंका चोपड़ा
    अंकिता भंडारी हत्याकांड: वॉट्सऐप चैट ने कैसे खोले राज? कहा था- क्या 10,000 में बिक जाऊंगी?  उत्तराखंड
    हार्वर्ड विश्वविद्यालय जाने वालों के लिए ट्रंप प्रशासन का नया फरमान, जानिए क्या है मामला  डोनाल्ड ट्रंप
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025