भारत बनाम इंग्लैंड: चौथे टेस्ट से निकलने वाले अहम निष्कर्षों पर एक नजर
अहमदाबाद में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए अंतिम टेस्ट में भी मेहमान टीम एकदम से बिखर गई और तीसरे ही दिन उन्हें पारी के अंतर से भारी हार का सामना करना पड़ा है। यह लगातार तीसरा मैच है जब इंग्लिश बल्लेबाजों ने घुटने टेके हैं। चौथा टेस्ट जीतने के लिए भारत को युवा खिलाड़ियों से भरपूर सहायता मिली। एक नजर डालते हैं अंतिम टेस्ट से निकलने वाले निष्कर्षों पर।
पंत में आ गई है समय के हिसाब से बल्लेबाजी करने की परिपक्वता
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही खुद को एकदम बदल लिया है और मैच दर मैच वह एकदम से निखरते जा रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज पंत के लिए काफी अच्छी रही। पहले टेस्ट में नौ रन से अपना शतक चूकने वाले पंत ने इस बार कोई गलती नहीं की और भारत में पहला टेस्ट शतक लगाया। पंत ने शुरु में एकदम आंख जमाकर और बाद में धुंआधार अंदाज तरीके से बल्लेबाजी की।
इंग्लिश बल्लेबाजों ने नहीं दिखाया धैर्य
टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लिश टीम ने पहली पारी के अलावा दूसरी पारी में भी धैर्य नहीं दिखाया। दोनों ही पारियों में तू चल मैं आया की होड़ लगी रही। पहली पारी में चार बल्लेबाजों ने अच्छी स्टार्ट को गंवाया था और बड़ी पारी नहीं खेल सके थे। क्रीज पर समय बिताने की जगह अधिक जल्दबाजी दिखाना इंग्लैंड को मैच के साथ ही पूरी सीरीज में भारी पड़ी।
निचलेक्रम में मजबूत विकल्प बनकर उभरे हैं सुंदर
अपना चौथा ही टेस्ट खेल रहे सुंदर ने एक बार फिर दिखाया कि वह निचलेक्रम में टीम के लिए मजबूत विकल्प बनकर उभर रहे हैं। जब-जब भारतीय टीम मुश्किल में फंसी है सुंदर ने बेहतरीन पारियां खेली हैं। पहले टेस्ट में 85 पर नाबाद रहने के बाद सुंदर इस मैच में 96 पर नाबाद रहे और शतक के बिल्कुल करीब आकर भी उसे हासिल नहीं कर सके। हालांकि, उन्होंने भारत को अहम बढ़त जरूरत दिलाई।
रूट की रणनीति में हुई गलती
इंग्लिश कप्तान जो रूट ने भी भारत को वापसी करने का मौका दिया। उनकी रणनीति का ही नतीजा है कि भारत ने 146 के स्कोर पर छह विकेट गंवाने के बावजूद पहली पारी में 365 रन बना डाले थे। पंत और सुंदर के बल्लेबाजी करने के समय ऑफ स्पिनर होने के नाते लगातार डॉम बेस से गेंदबाजी कराई गई जबकि वह लय में नहीं दिख रहे थे। अच्छी गेंदबाजी कर रहे जैक लीच को लंबे समय तक गेंद नहीं मिली।
ऐसा रहा यह मुकाबला
पहले खेलते हुए इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 205 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने ऋषभ पंत (101) और वाशिंगटन सुंदर (96*) की शानदार पारियों की बदौलत 365 रन बनाए और 160 रनों की मजबूत बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम भारतीय स्पिन गेंदबाजों का सामना करने में नाकाम रही और सिर्फ 135 पर ही सिमट गई। भारत की ओर से अक्षर पटेल और अश्विन ने पांच-पांच विकेट लिए।