
करुण नायर ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ लगाया दोहरा शतक, जानिए उनके आंकड़े
क्या है खबर?
इंडिया-A का प्रतिनिधित्व करते हुए करुण नायर ने इंग्लैंड दौरे पर इंग्लैंड लायंस के खिलाफ पहले अनौपचारिक टेस्ट में दोहरा शतक जड़ दिया है।
उन्होंने 272 गेंदों का सामना करते हुए ये कारनामा किया।
नायर को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में भी चुना गया है। ऐसे में उन्होंने अपने चयन को सही ठहराया है।
उनके अलावा ध्रुव जुरेल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 94 रन की पारी खेली।
आइए नायर के आंकड़ों पर नजर डाल लेते हैं।
पारी
ऐसी रही नायर की पारी और साझेदारी
कैंटरबरी में खेले जा रहे मैच में इंडिया-A को शुरुआती झटके लगे थे। 51 रन के स्कोर पर जब टीम ने दूसरा विकेट खोया, तब नायर क्रीज पर आए।
उन्होंने एक छोर से टिककर बल्लेबाजी की और विपक्षी गेंदबाजों को कोई मौका ही नहीं दिया।
इस बीच उन्होंने सरफराज खान (92) के साथ मिलकर 235 गेंदों में 181 रन की साझेदारी निभाई।
जुरेल के साथ इस खिलाड़ी ने 234 गेंदों में 195 रन जोड़े।
दोहरा
नायर ने लगाया चौथा दोहरा शतक
यह चौथी बार है जब प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नायर ने 200 या उससे अधिक रन बनाए हैं।
उनका प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर 328 रन है, जो उन्होंने 2015-16 सीजन में तमिलनाडु क्रिकेट टीम के खिलाफ कर्नाटक की ओर से बनाया था।
नायर टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले वीरेंद्र सहवाग के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज भी हैं।
इससे पहले इंडिया-A के लिए उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर (114 रन) साल 2015 में दक्षिण अफ्रीका-A के खिलाफ आया था।
टेस्ट
ऐसा रहा है नायर का टेस्ट करियर
नायर को भारतीय टीम के लिए खेलने के काफी कम मौके मिले।
उनकी शानदार प्रतिभा तब सामने आई जब उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 303 रन बनाए थे।
उन्होंने 6 टेस्ट में 62.33 की औसत के साथ 374 रन बनाए हैं। इसके अलावा 2 वनडे मैचों में उन्होंने 23.00 की औसत से 46 रन बनाए हैं।
विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास लेने के बाद इस खिलाड़ी को एक बार फिर टेस्ट टीम में मौका मिला है।
घरेलू
घरेलू क्रिकेट में खूब चला था नायर का बल्ला
रणजी ट्रॉफी के 2024-25 संस्करण में नायर का बल्ला जमकर बोला।
वह 9 मैचों की 16 पारियों में 53.93 की उम्दा औसत के साथ 863 रन बनाने में कामयाब रहे थे। उनके बल्ले से 4 शतक और 2 अर्धशतक निकले थे।
वह विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी थे।
उन्होंने 9 मैच की 8 पारियों में 389.50 की औसत से 779 रन जड़ दिए थे। उनके बल्ले से 5 शतक निकले थे।