
दस की जगह नौ टीमों से खेला जा सकता है IPL- रिपोर्ट
क्या है खबर?
पिछले महीने अहमदाबाद में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की वार्षिक बैठक हुई थी, जिसमें IPL 2022 में टीमों की संख्या बढ़ाकर दस करने का फैसला लिया गया था।
हालांकि, ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार BCCI अब IPL का आयोजन नौ टीमों के साथ करवाने का विचार कर रहा है।
ऐसा करने से लीग को बिना प्रारूप में बदलाव के तय विंडो के अंतर्गत खेला जा सकेगा।
आइए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
पहला कारण
नौ टीमों के साथ तय विंडो के अंतर्गत हो सकेगा आयोजन
अगर टीमों की संख्या बढ़ाकर दस की जाती है, तो लीग को वार्षिक क्रिकेट कैलेंडर के विंडो के तहत फिट करने के लिए टूर्नामेंट के प्रारूप में बदलाव करना पड़ेगा। जिसका मतलब है कि IPL के मीडिया अधिकारों की फिर से बोली लगानी पड़ेगी।
दूसरी तरफ अगर नौ टीमों से लीग खेली जाती है तो इसका मतलब है कि 74 मैच जो कि तय विंडो के अंतर्गत बिना किसी बड़े बदलाव के खेले जा सकेंगे।
दूसरा कारण
विंडो विस्तार के बाद 10वीं टीम की नीलामी से बेहतर मूल्य प्राप्त होगा
जैसा कि ICC अपने अगले फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम को अंतिम रूप देने में व्यस्त है और BCCI बड़ी तस्वीर के बारे में विचार कर रहा है।
बोर्ड हर हाल में चाहता है कि कम से कम IPL विंडो को एक महीना बढ़ाया जा सके।
ऐसे में विंडो के विस्तार का सीधा सा मतलब होगा कि बोर्ड मीडिया अधिकारों और 10वीं टीम की नीलामी से बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकेगा।
बयान
BCCI को स्पष्ट रूप से फायदा होगा- इंडस्ट्री एक्सक्यूटिव
इस बारे में इंडस्ट्री एक्सक्यूटिव का मानना है कि IPL में नौ टीमों के आयोजन से BCCI को प्रारूप में बदलाव नहीं करना पड़ेगा और यह बोर्ड के लिए फायदेमंद सिद्ध होगा।
उन्होंने कहा, "यह एक सोचा समझा फैसला है, जिससे BCCI को स्पष्ट रूप से फायदा होने वाला है। इस कदम से भविष्य में 10वीं फ्रैंचाइजी से बेहतर मूल्य प्राप्त किए जा सकेंगे और बिना प्रारूप में छेड़छाड़ के यह संभव हो सकेगा।"
टीमें
पहले भी लीग में खेल चुकी हैं 10 और नौ टीमें
2008 में IPL की शुरुआत आठ टीमों वाली लीग के रूप में हुई थी।
2011 में दो नई टीमों ने लीग में हिस्सा लिया और उस सीजन कुल 10 टीमें खेली थीं।
इसके बाद अगले दो सीजन में टीमों की संख्या घटकर नौ हो गई।
2014 से ही IPL में आठ टीमें ही हिस्सा ले रही हैं। कोच्चि टस्कर्स केरला की टीम एक ही सीजन खेल सकी थी जिसके बाद उन्हें टर्मिनेट कर दिया गया था।