IPL 2021 में फैंस की एंट्री होगी या नहीं? सौरव गांगुली ने कही ये बात
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वां सीजन 09 अप्रैल से 30 मई तक खेला जाएगा, जिसमें दर्शकों की मैदान में वापसी को लेकर संदेह बरकरार है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली का कहना है कि इस बार IPL की शुरुआत बिना दर्शकों के ही की जाएगी, लेकिन बाद के मैचों में दर्शक मैदान में आएंगे या नहीं, इस पर फैसला स्थिति के मद्देनजर लिया जाएगा। बता दें IPL 2020 भी बिना दर्शकों के हुआ था।
सबकुछ स्थिति पर निर्भर करेगा- गांगुली
गांगुली का कहना है कि सब कुछ उस स्थिति में निर्भर करेगा। इंडिया टुडे से बातचीत में उन्होंने कहा, "हम अभी कुछ नहीं जानते, सबकुछ स्थिति पर निर्भर करेगा। दुबई में भी ऐसे ही हालात थे। हमने बिना दर्शकों के मैच शुरू करवाए और फिर बाद में दर्शकों के लिए इसे खोलने का मन बनाया। लेकिन ये खिलाड़ियों की सुरक्षा के खिलाफ जा रहा था, इसलिए हमने मैदान पर दर्शकों की वापसी कर किसी तरह का खतरा मोल नहीं लिया।"
दर्शकों की वापसी हो सकती है खतरनाक- गांगुली
गांगुली ने आगे कहा, "ये टूर्नामेंट दो देशों के बीच सीरीज से बिल्कुल अलग है। क्योंकि आप जानते हैं टीमें मैदान के बीच में खेलेंगी, जबकि प्रेक्टिस बाहर होगी। ज्यादातर मैदानों की प्रेक्टिस पिच बाहर हैं। ऐसे में टीमें वहां प्रेक्टिस करेंगी तो दर्शकों के लिए एंट्री आसान नहीं होगी। ऐसे में दर्शक प्रेक्टिस करने वाली टीम के पास जा सकते हैं।" उन्होंने कहा कि फैंस के लिए मैदान खोलना खतरनाक हो सकता है।
बिना दर्शको के प्रत्येक फ्रेंचाइजी को 25 से 40 करोड़ का हो सकता है नुकसान
कोरोना की वजह से अगर इस बार भी IPL बिना दर्शकों के खेला जाएगा तो इससे प्रत्येक फ्रेंचाइजी को भारी नुकसान होगा। इनसाइड स्पोर्ट्स के मुताबिक प्रत्येक फ्रेंचाइजी को लगभग 25 से 40 करोड़ रुपये तक का नुकसान हो सकता है। चेन्नई सुपरकिंग्स के CEO ने इस बारे में कहा, "मैं कहूंगा कि नुकसान लगभग 25 करोड़ रुपये हो सकता है। लेकिन इससे कहीं ज्यादा हम अपने प्रशंसकों को खोते जा रहे हैं।"
कोरोना ब्रेक के बाद पहली बार मैदान में लौटे दर्शक
हाल ही में इंग्लैंड और भारत के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई, जिसके दूसरे मुकाबले से मैदान में दर्शकों की वापसी हुई। चेन्नई में हुए दूसरे टेस्ट और अहमदाबाद में हुए आखिरी दो टेस्ट में दर्शकों को मैदान में आने की अनुमति दी गई थी। हालांकि, सीरीज का पहला चेन्नई टेस्ट बिना दर्शकों के ही खेला गया था। बता दें कोरोना ब्रेक के बाद भारत में पहली बार दर्शक मैदान में लौटे हैं।