भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका: डेवाल्ड ब्रेविस और मैथ्यू ब्रीट्जके ने दूसरे वनडे में लगाए अर्धशतक
क्या है खबर?
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के डेवाल्ड ब्रेविस (54) और मैथ्यू ब्रीट्जके (68) ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में अर्धशतक लगाए। यह ब्रेविस के वनडे करियर का पहला और ब्रीट्जके के वनडे करियर का छठा अर्धशतक रहा। उनसे पहले एडेन मार्करम ने शतक लगाया और दक्षिण अफ्रीका ने जीत के लिए मिले 359 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को हासिल किया। इस बीच ब्रेविस और ब्रीट्जके की पारियों पर नजर डालते हैं।
ब्रीट्जके
ब्रीट्जके ने अपना शानदार फॉर्म जारी रखा
दक्षिण अफ्रीका ने जब 127 रन के स्कोर पर अपना दूसरा विकेट खोया, तब ब्रीट्जके क्रीज पर आए। उन्होंने बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। यह मौजूदा सीरीज में उनके बल्ले से निकलने वाली दूसरी अर्धशतकीय पारी रही। वह 64 गेंदों में 68 रन बनाकर आउट हुए। उनके वनडे करियर में अब तक 11 पारियों में 68.20 की औसत के साथ 682 रन हो गए हैं।
ब्रेविस
ब्रेविस ने अपना पहला अर्धशतक लगाया
दक्षिण अफ्रीका ने जब 197 रन के स्कोर पर तीसरा विकेट खोया, तब ब्रेविस बल्लेबाजी के लिए आए। इस युवा बल्लेबाज ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 33 गेंदों में अर्धशतक लगाया। वह 34 गेंदों में 54 रन बनाकर आउट हुए। अपनी पारी में उन्होंने 5 छक्के भी लगाए। उनके अब 8 पारियों में 28.7 की औसत और 153.43 की स्ट्राइक रेट के साथ 201 रन हो गए हैं।
लेखा-जोखा
इस तरह से जीती दक्षिण अफ्रीकी टीम
भारत से यशस्वी जायसवाल (22) और रोहित शर्मा (14) के जल्दी आउट होने के बाद विराट कोहली (102) और गायकवाड़ (105) ने शतक लगाए। इनके अलावा कप्तान केएल राहुल ने नाबाद 66 रन की पारी खेलते हुए टीम का स्कोर 358/5 तक पहुंचाया। जवाब में प्रोटियाज टीम से एडेन मार्करम ने शतक (110) लगाया। उनके बाद डेवाल्ड ब्रेविस (54) और मैथ्यू ब्रीट्जके (68) ने अर्धशतक लगाकर संघर्ष किया। अंत में कॉर्बिन बॉश (26*) ने उपयोगी योगदान देकर जीत दिलाई।
ऐतिहासिक जीत
दक्षिण अफ्रीका ने दर्ज की ऐतिहासिक जीत
दक्षिण अफ्रीका अब भारत के खिलाफ संयुक्त रूप से सर्वोच्च लक्ष्य हासिल करने वाली टीम बनी है। बता दें कि 2019 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मोहाली में खेले गए वनडे में जीत के लिए मिले 359 रन के ही लक्ष्य को हासिल किया था। यह दूसरा ऐसा मौका है, जब भारतीय टीम 350+ रन के स्कोर का बचाव करने में नाकाम रही। इसके साथ-साथ यह प्रोटियाज टीम द्वारा विदेशों में खेलते हुए हासिल किया गया सर्वोच्च लक्ष्य है।