सेंचुरियन टेस्ट: भारत ने दूसरी पारी में बनाए 174 रन, 305 रनों का लक्ष्य दिया
सेंचुरियन में खेले जा रहे पहले टेस्ट में भारत ने अपनी दूसरी पारी में सभी 10 विकेट खोकर 174 रन बनाए हैं और मेजबान दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 305 रनों का लक्ष्य दिया है। भारत की ओर से दूसरी पारी में ऋषभ पंत ने सबसे ज्यादा 34 रन बनाए हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका से कगीसो रबाडा और मार्को जेन्सेन ने चार-चार विकेट हासिल किए। भारत की दूसरी पारी पर एक एक नजर डालते हैं।
भारत ने पहले सत्र में गंवाए दो विकेट
कल के स्कोर 16/1 से आगे खेलने उतरी भारतीय टीम ने आज चौथे दिन के पहले सत्र में अपने दो विकेट खोए। पहली पारी में शतक लगाने वाले केएल राहुल, दूसरी पारी में 23 रन बनाकर आउट हुए। वहीं बतौर नाइटवाचमैन बल्लेबाजी के लिए आए शार्दुल ठाकुर 10 रन बनाकर वापस पवेलियन लौट गए। भारत ने चौथे दिन के लंच तक तीन विकेट के नुकसान पर 79 रन बनाए।
ऐसा रहा भारत के मध्यक्रम का प्रदर्शन
पहली पारी में शून्य पर आउट होने वाले चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में 16 रन बनाए। वहीं पहली पारी में अर्धशतक से चूकने वाले अजिंक्य रहाणे दूसरी पारी में आक्रामक अंदाज में नजर आए। उन्होंने 23 गेंदों में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 20 रन बनाए। वहीं भारतीय कप्तान विराट कोहली ने चार चौकों की मदद से सिर्फ 18 रन बनाए। वह इस साल भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक नहीं लगा सके।
पंत ने बनाए सर्वाधिक 34 रन
चौथे दिन में सेंचुरियन की पिच पर जब दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज हावी होते हुए नजर आए तब ऋषभ पंत ने अपने चिर-परिचित अंदाज में बल्लेबाजी करना जारी रखा। एक छोर से भारतीय बल्लेबाजों के नियमित अंतराल पर विकेट गिरे और दूसरे छोर से पंत ने 34 गेंदों में चार चौकों की मदद से 34 रनों की तेज पारी खेली। पंत का विकेट तेज गेंदबाज कगीसो रबाडा ने लिया।
ऐसी रही दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी
दक्षिण अफ्रीका से रबाडा ने घातक गेंदबाजी करते हुए चार विकेट लिए। वहीं पहली पारी में छह विकेट झटकने वाले लुंगी एनगिडी ने दो विकेट अपने नाम किए। अपना पहला टेस्ट खेल रहे युवा गेंदबाज मार्को जेन्सेन ने प्रभावित किया और विराट कोहली समेत कुल चार विकेट लिए। वहीं वियान मल्डर कोई विकेट नहीं ले सके। दक्षिण अफ्रीका ने अपने चार गेंदबाजों का इस्तेमाल किया और केशव महाराज से गेंदबाजी नहीं करवाई।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
टेस्ट क्रिकेट में केवल एक बार किसी टीम ने भारत के खिलाफ 300 से अधिक रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया है। 1977-78 में ऑस्ट्रेलिया ने 339 रनों के लक्ष्य को हासिल किया था।