अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम के मुख्य कोच होंगे ऋषिकेश कानिटकर

पूर्व खिलाड़ी ऋषिकेश कानिटकर को जनवरी 2022 में शुरू होने वाले अंडर-19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाया गया है। कानिटकर इससे पहले अंडर-19 टीम के साथ बतौर बल्लेबाजी कोच काम कर चुके हैं। बता दें पिछली बार खिताब से चूक कर उपविजेता रही भारतीय टीम यश ढुल की कप्तानी में आगामी विश्व कप में प्रतिस्पर्धा करते हुए नजर आएगी। आइए पूरी खबर पर एक नजर डालते हैं।
पिछले विश्व कप के दौरान भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच रहे कानिटकर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से टीम को लेकर कहा, "यह युवा टीम बेहद प्रतिभाशाली है और अच्छा करने के लिए उत्साहित है। ये खिलाड़ी भारत की ओर से खेलने और जीतने की चाहत रखते हैं।" 47 वर्षीय कानिटकर ने आगे कहा कि युवा टीम अच्छा प्रदर्शन करने की दिशा में लगातार बेहतर काम कर रही है।
साल 1997 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने वाले कानिटकर ने अपने वनडे करियर में 34 मैचों में 17.84 की औसत से 339 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने एक अर्धशतक भी लगाया है। बाएं हाथ के बल्लेबाज कानिटकर ने दो टेस्ट में 18.50 की औसत से 74 रन बनाए हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कानिटकर ने 10,000 से अधिक रन बनाए हैं। उनकी कप्तानी में राजस्थान ने दो बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता था।
भारतीय टीम: यश ढुल (कप्तान), हरनूर सिंह, अंगक्रिश रघुवंशी, एसके रशीद (उप-कप्तान), निशांत सिंधु, सिद्धार्थ यादव, अनीश्वर गौतम, दिनेश बाना (विकेटकीपर), आराध्या यादव (विकेटकीपर), राज अंगद बावा, मानव पारेख, कौशल तांबे, आरएस हैंगरगेकर, वासु वत्स, विक्की ओस्तवाल, रविकुमार और गर्व सांगवान। स्टैंडबाय खिलाड़ी: ऋषि रेड्डी, उदय सहारन, अंश गोसाई, अमृत राज उपाध्याय और पीएम सिंह राठौर।
भारत विश्व कप 2022 में अपना पहला मैच 15 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में खेलेगा। इसके बाद भारतीय टीम ब्रायन लारा क्रिकेट अकादमी में 19 और 22 जनवरी को क्रमशः आयरलैंड और युगांडा से भिड़ेगी।
अंडर-19 विश्व कप के इतिहास में भारत सबसे सफल टीम रही है, जिसने 2000, 2008, 2012 और 2018 में अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप जीता है। इसके अलावा भारत 2016 और 2020 में उपविजेता भी रहा है। खिताब के मामले में इस सूची में ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है, जिन्होंने 1988, 2002 और 2010 में टूर्नामेंट जीता है। पाकिस्तान ने दो बार ट्रॉफी जीती है जबकि बांग्लादेश, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड ने एक-एक बार टूर्नामेंट जीता है।