पेरिस ओलंपिक के लिए भारत की सरकार ने किस खेल पर कितने रुपये खर्च किए?
पेरिस ओलंपिक की शुरुआत 26 जुलाई से होनी है, जिसमें भारत के कुल 117 खिलाड़ी हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। पिछले टोक्यो ओलंपिक में भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कुल 7 पदक जीते थे। इस बार भारतीय दल अपने पदकों में इजाफा करना चाहेगा। भारत की सरकार ने पेरिस ओलंपिक की तैयारियों के लिए कुल 417 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। आइए इस पर विस्तार से एक नजर डालते हैं।
एथलेटिक्स (96.08 करोड़ रुपये)
पेरिस ओलंपिक के लिए भारत के सबसे ज्यादा 29 खिलाड़ी एथलेटिक्स से हैं। PTI के मुताबिक, भारतीय सरकार ने एथलेटिक्स के लिए सर्वाधिक 96.08 करोड़ रुपये खर्च किए। ओलंपिक इतिहास में भारत ने एथलेटिक्स में सिर्फ 3 पदक जीते हैं। पिछले संस्करण में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। उनसे पहले नॉर्मन प्रिचर्ड ने 1900 में एथलेटिक्स में 2 रजत पदक (पुरुषों की 200 मीटर और पुरुषों की 200 मीटर बाधा दौड़) जीते थे।
बैडमिंटन (72.02 करोड़ रुपये)
बैडमिंटन के लिए भारतीय सरकार ने 72.02 करोड़ रुपये खर्च किए। इस बार बैडमिंटन में कुल 7 भारतीय खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। ओलंपिक के इतिहास में भारत ने इस खेल में कुल 3 पदक जीते हैं। पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य और रियो ओलंपिक (2016) में रजत पदक जीता था। उनसे पहले लंदन ओलंपिक 2012 में साइना नेहवाल ने महिला एकल बैडमिंटन में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया था।
मुक्केबाजी और निशानेबाजी में खर्च किए लगभग 60-60 करोड़ रुपये
भारतीय सरकार ने मुक्केबाजी में 60.93 करोड़ रुपये और निशानेबाजी में 60.42 करोड़ रुपये खर्च किए। मुक्केबाजी में भारत ने ओलंपिक इतिहास में कुल 3 पदक जीते हैं। 2008 में विजेंदर सिंह, 2012 में मैरी कॉम और 2020 में लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीते थे। निशानेबाजी में भारत ने कुल 4 पदक जीते हैं, जिसमें अभिनव बिंद्रा का स्वर्ण भी शामिल है। बता दें कि 2008 में बिंद्रा ने स्वर्ण पर निशाना साधा था।
हॉकी, तीरंदाजी और कुश्ती पर कितना हुआ खर्चा?
सरकार ने हॉकी पर 41.29 करोड़, तीरंदाजी पर 39.18 करोड़ और कुश्ती पर 37.80 करोड़ रुपये खर्च किए। गौरतलब हो कि हॉकी में ओलंपिक इतिहास में भारत ने कुल 12 पदक जीते, जिसमें 8 स्वर्ण पदक शामिल थे। दिलचस्प रूप से तीरंदाजी में भारत अब तक कोई पदक नहीं जीत सका है और इस बार 6 भारतीय खिलाड़ी हिस्सा लेकर इतिहास बदलना चाहेंगे। कुश्ती में भारत ने कुल 7 पदक जीते हैं, जिसमें 2 रजत शामिल हैं।
अन्य खेलों पर कितने रुपये हुए खर्च?
भारोत्तोलन के लिए 26.98 करोड़ रुपये खर्च हुए। ओलंपिक में इस खेल में भारत ने कुल 2 पदक जीते हैं। कर्णम मल्लेश्वरी ने 2000 में कांस्य और मीराबाई चानू ने 2020 में रजत जीता था। इसके अलावा टेबल टेनिस पर 12.92 करोड़, जूडो पर 6.30 करोड़, तैराकी पर 3.90 करोड़, रोइंग पर 3.89 करोड़, सेलिंग पर 3.78 करोड़, गोल्फ पर 1.74 करोड़, टेनिस पर 1.67 करोड़ और घुड़सवारी पर 0.95 करोड़ रुपये खर्च किए।