कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत कैसे हुई और कैसा रहा है इसका इतिहास?
क्या है खबर?
कॉमनवेल्थ गेम्स का 22वां संस्करण 28 जुलाई से शुरु हो रहा है। इनका आयोजन बर्मिंघम में हो रहा है। 1930 में पहली बार आयोजित किए गए कॉमनवेल्थ गेम्स का महत्व एथलीट्स के लिए काफी ज्यादा है।
यह भी ओलंपिक की तरह चार साल में एक बार आता है और इसमें मेडल जीतने वाले खिलाड़ी का करियर संवर जाता है।
आइए जानते हैं कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत कैसे हुई और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें।
शुरुआत
1891 में आया था सुझाव, 1930 में पहली बार हुआ आयोजन
जॉन एश्ले कूपर ने 1891 में सबसे पहले ऐसे खेल के आयोजन का सुझाव दिया था जिसे चार साल में एक बार कराया जाए। उनका मानना था कि खेलों से आपसी सौहार्द बढ़ता है और लोग करीब आते हैं।
1930 में पहली बार खेलों का आयोजन हुआ जिसे ब्रिटिश एंपायर गेम्स के नाम से जाना गया। इसमें 11 देशों के 400 से अधिक एथलीट्स ने हिस्सा लिया था।
कॉमनवेल्थ गेम्स
1978 में शुरु हुआ कॉमनवेल्थ गेम्स नाम का इस्तेमाल
1934 और 1938 में भी ब्रिटिश एंपायर गेम्स का आयोजन हुआ। 1934 में 500 और 1938 में 468 एथलीट्स ने हिस्सा लिया था। 1942 और 1946 में विश्व युद्ध के कारण खेलों का आयोजन नहीं हो सका। 1954 से 1966 तक खेलों का आयोजन ब्रिटिश एंपायर एंड कॉमनवेल्थ गेम्स के नाम से हुआ।
1970 और 1974 में इसे ब्रिटिश कॉमनवेल्थ नाम दिया गया। 1978 में जाकर इन खेलों को कॉमनवेल्थ गेम्स का नाम मिला।
नए खेल
1998 में पहली बार जोड़े गए थे पांच नए खेल
1978 में कॉमनवेल्थ नाम मिलने के बाद कुल 10 तरह के खेलों को जगह मिलने लगी थी। हालांकि, 1998 में पांच नए खेलों को शामिल किया गया। मलेशिया में हुए इवेंट में पहली बार क्रिकेट और हॉकी जैसे खेलों को शामिल किया गया था।
2002 में 17 खेलों को जगह मिली थी और पहली बार शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए पूरे खेलों का आयोजन किया गया था। 2022 में महिला क्रिकेट को भी इसमें शामिल किया गया है।
भारत का प्रदर्शन
कॉमनवेल्थ गेम्स में ऐसा रहा है भारत का प्रदर्शन
भारत ने पहली बार 1934 में कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया था और अब तक 21 में से 17 संस्करणों में हिस्सा ले चुके हैं। 2010 में एक बार भारत कॉमनवेल्थ गेम्स को होस्ट भी कर चुका है।
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत चौथा सबसे अधिक मेडल जीतने वाला देश है। भारत ने कुल मिलाकर इस इवेंट में 503 मेडल जीते हैं, लेकिन 181 गोल्ड मेडल्स के कारण वे चौथे स्थान पर हैं।