
टेस्ट क्रिकेट: कप्तान के तौर पर भारत के लिए सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट में ऐतिहासिक दोहरा शतक लगाया। गिल SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में दोहरा शतक लगाने वाले पहले एशियाई कप्तान बने हैं। उन्होंने 269 रनों की पारी खेलते हुए टेस्ट क्रिकेट में किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा खेली गई सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। ऐसे में आइए भारतीय कप्तान द्वारा खेली गईं सबसे बड़ी पारियों पर एक नजर डालते हैं।
#1
शुभमन गिल: 269 बनाम इंग्लैंड, एजबेस्टन 2025
गिल ने एजबेस्टन में 269 रनों की यादगार पारी खेली। पहले दिन भारत 211/5 के संकट में था, लेकिन गिल ने 387 गेंदों में 269 रन बनाते हुए टीम को 587 रन के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। उनके अलावा यशस्वी जायसवाल (87) और रविंद्र जडेजा (89) ने भी अहम योगदान दिया। गिल इंग्लैंड की धरती पर 250 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले भारतीय भी बने। यह किसी भारतीय कप्तान का टेस्ट में अब तक का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है।
#2
विराट कोहली: 254* बनाम दक्षिण अफ्रीका, पुणे 2019
एजबेस्टन टेस्ट में गिल ने एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ते हुए विराट कोहली को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 2019 में पुणे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 254* रन बनाए थे। कोहली ने यह पारी 336 गेंदों में खेली थी, जिसकी बदौलत भारत ने पहली पारी में 601/5 का स्कोर खड़ा किया और फिर मेहमान टीम को 2 बार आउट कर पारी से जीत दर्ज की थी। पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने टेस्ट में कप्तान रहते हुए सर्वाधिक 7 दोहरे शतक जड़े थे।
#3
विराट कोहली: 243 बनाम श्रीलंका, दिल्ली 2017
इस खास सूची में तीसरे स्थान पर भी कोहली हैं। उन्होंने 2017 में दिल्ली टेस्ट के दौरान श्रीलंका के खिलाफ 243 रन बनाए थे। कोहली ने 287 गेंदों की इस पारी में 25 चौकों की मदद से रन बनाए थे और भारत को पहली पारी में 536/7 के स्कोर तक पहुंचाया था। हालांकि मैच ड्रॉ रहा, लेकिन कोहली के दमदार प्रदर्शन ने उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' बनाया। दूसरी पारी में भी उन्होंने 58 गेंदों में 50 रन बनाए थे।
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विराट कोहली: 235 बनाम इंग्लैंड, मुंबई 2016
इस सूची में चौथे स्थान पर भी कोहली हैं। उन्होंने साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 235 रन बना दिए थे। भारत की पहली पारी में उन्होंने 340 गेंदों का सामना किया था और उनके बल्ले से 25 चौके और 1 छक्का निकला था। इंग्लैंड के 400 रन के जवाब में भारत ने 631 रन बना दिए थे। उस मैच में भारतीय टीम को पारी और 36 रन से जीत मिली थी।