
बॉयो-बबल तोड़ने के आरोप में कोरोना संक्रमित फ्लावर के खिलाफ हो सकती है जांच
क्या है खबर?
श्रीलंका क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर हाल ही में कोरोना संक्रमित मिले थे। डेल्टा वैरिएंट के लिए संक्रमित पाए गए फ्लावर की मुश्किलें अब और बढ़ सकती हैं।
दरअसल हालिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि फ्लावर के खिलाफ अब जांच हो सकती है। फ्लावर पर भी इंग्लैंड में बॉयो-सेक्योर वातावरण तोड़ने के आरोप लग रहे हैं।
फ्लावर के पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद मामले की जांच की जाएगी।
जांच
स्वस्थ होने के बाद होगी फ्लावर के खिलाफ जांच
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक एक सूत्र ने AFP से कहा, "फ्लावर के पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद एक जांच कराई जाएगी। ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने भी बॉयो-बबल तोड़ा था।"
इंग्लैंड से वापस आने के बाद तीसरे ही दिन फ्लावर कोरोना संक्रिमत पाए गए थे और उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया था। फिलहाल वह संक्रमण से अच्छे से रिकवर हो रहे हैं और जल्द ही वापसी कर सकते हैं।
खिलाड़ी
बॉयो-बबल तोड़ने के आरोप में निकाले जा चुके हैं श्रीलंका के तीन खिलाड़ी
इंग्लैंड दौरे पर वनडे सीरीज शुरु होने से ठीक पहले कुशल मेंडिस, दनुश्का गिनाथिलका और निरोशन डिकवेला को होटल के बाहर घूमते पाया गया था। वीडियो वायरल होने के बाद इन खिलाड़ियों को तत्काल प्रभाव से वापस श्रीलंका भेज दिया गया था।
जल्द ही भारत के खिलाफ शुरु होने जा रही सीरीज से भी इन खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है और इन पर एक साल का बैन लग सकता है।
सीरीज
रिशेड्यूल करनी पड़ी है भारत के खिलाफ सीरीज
श्रीलंका और भारत के बीच लिमिटेड ओवर्स की सीरीज की शुरुआत 13 जुलाई से होनी थी, लेकिन फ्लावर और फिर टीम के डाटा एनालिस्ट के कोरोना संक्रमित मिलने के कारण इसमें बदलाव करना पड़ा।
श्रीलंका को इंग्लैंड में टी-20 और वनडे दोनों सीरीज में बुरी तरह हार झेलनी पड़ी थी। टी-20 सीरीज में तो उन्हें 3-0 से क्लीन स्वीप होना पड़ा था। इसके बाद वनडे सीरीज में भी उन्हें 2-0 से हार झेलनी पड़ी थी।
टीम
भारत ने भेजी है दूसरे दर्जे की टीम
विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह समेत तमाम स्टार खिलाड़ियों के इंग्लैंड में होने की स्थिति में भारत ने अपनी दूसरे दर्जे की टीम को श्रीलंका भेजा है। इस टीम में शिखर धवन, युजवेंद्र चहल और भुवनेश्वर कुमार के अलावा अन्य खिलाड़ी एकदम नए हैं।
श्रीलंका के लिए भी मुश्किलें काफी अधिक हैं क्योंकि अधिकतर सीनियर खिलाड़ियों ने नया कॉन्ट्रैक्ट साइन करने से इंकार कर दिया है।