IPL 2022: लखनऊ फ्रेंचाइजी के मेंटोर बने गौतम गंभीर, खुद ट्वीट करके दी जानकारी

पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में अब नई भूमिका में नजर आने वाले हैं। वह IPL 2022 से पहले लखनऊ की फ्रेंचाइजी के साथ बतौर मेंटर जुड़ चुके हैं। टीम के मालिक संजीव गोयंका ने यह जानकारी दी है। बता दें गंभीर के अलावा पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज विजय दहिया भी लखनऊ के सपोर्ट स्टाफ में शामिल हो गए हैं। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
गंभीर ने टीम से जुड़ने पर फ्रेंचाइजी के मालिक संजीव गोयंका का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट पर लिखा, 'डॉ गोयंका और RPSG ग्रुप को अपने सेटअप में यह शानदार अवसर देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। एक प्रतियोगिता जीतने की आग अभी भी मेरे अंदर जलती है और अभी भी मुझे चौबीसों घंटे प्रोत्साहित करती है। मैं ड्रेसिंग रूम के लिए नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के लिए लड़ रहा हूं।'
गोयंका ने भी गंभीर को अपने साथ जोड़ते हुए उनकी तारीफ की है। उन्होंने एक बयान में कहा, 'गौतम का करियर रिकॉर्ड शानदार रहा है। मैं उनके खेल की समझ का सम्मान करता हूं और उनके साथ काम करने को लेकर उत्साहित हूं।' बता दें संजीव गोयंका की RPSG ग्रुप ने अक्टूबर 2021 में 7,090 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी बोली लगाते हुए लखनऊ की टीम हासिल की थी।
2011 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने गंभीर को 11 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कीमत में खरीदा था और इस निर्णय ने उनका भाग्य बदल दिया। KKR के कप्तान के रूप में गंभीर ने पहले चार सीजन में दो बार खिताब जीता था। उन्होंने अपने IPL करियर में 152 मैचों में 31 की औसत और 123.88 की स्ट्राइक रेट से 4,217 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 36 अर्धशतक भी लगाए थे।
साल 2008-09 में गंभीर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार तीन टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे। गंभीर की बदौलत भारत ने 1968 के बाद पहली बार न्यूजीलैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी।
लखनऊ ने एंडी फ्लावर को अपना हेडकोच बनाया है। बता दें फ्लावर इससे पहले IPL में पंजाब किंग्स का सहायक कोच रह चुके हैं। cricbuzz के मुताबिक पूर्व भारतीय कोच गैरी किर्स्टन से भी लखनऊ की फ्रेंचाइजी ने संपर्क किया था। भारत को 2011 क्रिकेट विश्व कप जिताने वाले किर्स्टन से फ्रेंचाइजी की बात नहीं बन पाई है। इसके सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के कोच रह चुके ट्रेवर बेलिस के साथ भी लखनऊ की बात नहीं बन सकी।