
लिवरपूल ने जीता प्रीमियर लीग का खिताब, जानिए कैसा है क्लब का इतिहास
क्या है खबर?
लिवरपूल, इंग्लैंड का 126 साल से ज़्यादा पुराना फुटबॉल क्लब है जो वहाँ की टॉप टियर प्रीमियर लीग में खेलती है।
लिवरपूल ने बीती रात 30 सालों के इंतजार के बाद प्रीमियर लीग खिताब अपने नाम किया है।
'रेड्स' के नाम से मशहूर इस क्लब का मोटो है "You'll Never Walk Alone", जिसका मतलब है कि आप कभी अकेले नहीं चलेंगे।
आइए क्लब के पूरे इतिहास के बारे में पढ़कर क्लब को और करीब से जानें।
स्थापना
1892 में हुई क्लब की स्थापना
लिवरपूल फुटबॉल क्लब की स्थापना एवर्टन फुटबॉल क्लब के मालिकों के बीच हुई लड़ाई की वजह से हुई थी।
एनफील्ड वाली जगह के मालिक जॉन हॉल्डिंग और एवर्टन कमेटी के बीच हुए झगड़े ने लिवरपूल को जन्म दिया।
डेब्यू सीजन में ही लिवरपूल ने लंकाशायर लीग जीता और फुटबॉल लीग सेकेंड डिवीजन में जगह बनाई।
सेकेंड डिवीजन में पहले स्थान पर आने के बाद लिवरपूल को फर्स्ट डिवीजन के लिए प्रमोट किया गया।
राइवलरी
एवर्टन के साथ खेलते हैं 'मर्सीसाइड डर्बी'
दोनों क्लबों का इतिहास देखते हुए लिवरपूल और एवर्टन के बीच मुकाबला गर्म माहौल का होना जायज है।
इन दोनों क्लबों के बीच लंबी राइवलरी बनी हुई है। इनके बीच खेला जाने वाला मुकाबला 'मर्सीसाइड डर्बी' के रूप में जाना जाता है।
1992 में प्रीमियर लीग की शुरुआत होने के बाद से मर्सीसाइड डर्बी के मुकाबले काफी तनावपूर्ण होने लगे हैं।
इस मुकाबले से ज़्यादा खिलाड़ी किसी अन्य प्रीमियर लीग मुकाबले में मैदान से बाहर नहीं भेजे जाते हैं।
चैंपियन्स लीग
सबसे ज़्यादा चैंपियन्स लीग जीतने वाला इंग्लिश क्लब है लिवरपूल
लिवरपूल ने प्रीमियर लीग और अन्य घरेलू टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन चैंपियन्स लीग में उनकी सफलता अदभुत है।
लिवरपूल ने 1976-77 और 1977-78 में लगातार दो सीजन यूरोपियन कप जीता था जिसे अब चैंपियन्स लीग के नाम से जाना जाता है।
अब तक लिवरपूल कुल छह बार चैंपियन्स लीग जीत चुका है और इस खिताब को सबसे ज़्यादा बार जीतने वाला इंग्लिश क्लब है।
यूरोपियन कम्प्टीशन में लिवरपूल सबसे सफल इंग्लिश क्लब है।
हिल्सबर्ग दुर्घटना
1989 में हुई काफी दर्दनाक घटना
शेफील्ड स्थित हिल्सबर्ग स्टेडियम में 15 अप्रैल, 1989 को एक दर्दनाक दुर्घटना हुई थी जो अब तक इंग्लैंड में किसी भी स्पोर्ट इवेंट में हुई सबसे बड़ी दुर्घटना है।
स्टेडियम में मची भगदड़ में 96 लोगों की मौत हुई थी तो वहीं 766 लोग घायल हुए थे।
तत्कालीन पुलिस विभाग ने इस घटना का कारण लिवरपूल फैंस का नशे में होना बताया था जबकि जांच टीम की रिपोर्ट में पुलिस की लापरवाही सामने आई थी।