विजय हजारे ट्रॉफी में इन बल्लेबाजों पर रहेंगी सभी की निगाहें

भारत की घरेलू वनडे प्रतियोगिता विजय हजारे ट्रॉफी की शुरुआत 20 फरवरी से होने वाली है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद यह कोरोना ब्रेक के बाद भारत में खेली जाने वाली दूसरी घरेलू प्रतियोगिता होगी। टूर्नामेंट में कुल 38 टीमें हिस्सा लेंगी और इसमें तमाम भारतीय खिलाड़ी अपना हुनर दिखाएंगे। एक नजर उन पांच बल्लेबाजों पर जो इस टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर सकते हैं।
बड़ौदा को अपनी कप्तानी में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचाने वाले केदार देवधर से विजय हजारे ट्रॉफी में भी उम्मीदें रहेंगी। देवधर ने अब तक खेले 68 लिस्ट-ए मैचों में 32.89 की औसत के साथ 2,337 रन बनाए हैं। उन्होंने लिस्ट-ए क्रिकेट में पांच शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं। देवधर ओपनिंग भी करते हैं और ऐसे में उन पर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी रहेगी।
झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन के पास इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली लिमिटेड ओवर्स सीरीज से पहले भारतीय चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का मौका होगा। किशन आक्रामक बल्लेबाज हैं और वह भारतीय टीम के लिए अपना दावा मजबूत करना चाहेंगे। 72 लिस्ट-ए मैचों में वह 36.46 की औसत के साथ 2,334 रन बना चुके हैं जिसमें तीन शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं। हाल ही में उन्होंने नई दो किलोमीटर दौड़ के टेस्ट को भी पास किया है।
बंगाल के लिए खेलने वाले अभिमन्यु ईश्वरन का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है, लेकिन उन्हें भारतीय टीम के लिए अब तक बुलावा नहीं आया है। ईश्वरन ने 57 लिस्ट-ए मैचों में लगभग 50 की औसत के साथ 2,656 रन बनाए हैं जिसमें छह शतक और 17 अर्धशतक शामिल हैं। कोरोना पॉजिटिव होने के कारण सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी नहीं खेल सके ईश्वरन इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।
संजू सैमसन के लिए मुश्ताक अली ट्रॉफी बहुत अच्छी नहीं रही थी और पांच पारियों में वह केवल एक अर्धशतक लगा सके थे। सैमसन ने टूर्नामेंट में अच्छी लय दिखाई थी और इंग्लैंड के खिलाफ लिमिटेड ओवर्स सीरीज से पहले वह अपनी लय को और अच्छा करना चाहेंगे। वह लिस्ट-ए क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले कुछ भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं। सैमसन ने लिस्ट-ए में एक ही शतक लगाया है जो दोहरे में तब्दील हुआ था।
दिल्ली के बाएं हाथ के बल्लेबाज नितीश राणा के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी बेहद खराब रही थी। आक्रामक बल्लेबाज और ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने वाले राणा को भविष्य का खिलाड़ी माना जाता है। राणा विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छ प्रदर्शन करके भारतीय चयनकर्ताओं को प्रभावित करना चाहेंगे। कोरोना काल में रोटेशन पॉलिशी को देखते हुए अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें भारतीय टीम से भी बुलावा आ सकता है।