विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में कैसा रहा 'फैब फोर' का प्रदर्शन? आंकड़ों में जानें

पहली बार खेली गई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को आठ विकेट से हरा दिया। पहली पारी में 32 रनों से पिछड़ने के बाद भारत ने दूसरी पारी में 170 रन बनाकर जीत के लिए 139 रनों का लक्ष्य दिया। जवाब में न्यूजीलैंड ने केन विलियमसन (52*) और रॉस टेलर (47*) की पारियों की बदौलत मैच जीत लिया। आइए WTC में 'फैब फोर' बल्लेबाजों (कोहली, विलियमसन, स्मिथ और रूट) के प्रदर्शन पर नजर डालते हैं।
स्टीव स्मिथ टेस्ट चैंपियनशिप के तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने 13 मैचों में 63.85 की औसत के साथ 1,341 रन बनाए हैं। स्मिथ ने इस दौरान चार शतक और सात अर्धशतक लगाए। एक साल का बैन पूरा करने के बाद स्मिथ ने एशेज के साथ दमदार टेस्ट वापसी की थी। उन्होंने एशेज की सात पारियों में 110.57 की अदभुत औसत के साथ 774 रन बनाए थे।
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट WTC के पहले संस्करण में दूसरे सर्वाधिक रन (मार्नस लाबुशेन के बाद) बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने टेस्ट चैंपियनशिप में 20 मैच खेले और 54.65 की औसत से 1,660 रन अपने नाम किए। इस बीच रूट ने तीन शतक और आठ अर्धशतक लगाए। इंग्लिश कप्तान ने इस साल श्रीलंका और भारत के खिलाफ हुए टेस्ट में एक-एक दोहरा शतक भी लगाए थे।
कप्तान विराट कोहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने WTC के पहले संस्करण में 15 मैचों में लगभग 42 की औसत से 934 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने दो शतक और पांच अर्धशतक भी लगाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए फाइनल मुकाबले में कोहली ने 44 और 13 के स्कोर किए। दोनों पारियों में उनका विकेट काइल जैमिसन ने हासिल किया।
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने WTC के पहले संस्करण में 10 मैचों में 61.20 की उम्दा औसत से 918 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने तीन शतक और दो अर्धशतक भी लगाए हैं। वह न्यूजीलैंड की ओर से टेस्ट चैंपियनशिप में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने हैं। फाइनल मुकाबले में विलियमसन ने कठिन परिस्थितियों में बल्लेबाजी करते हुए 49 और 52* के स्कोर करके जीत में अहम भूमिका निभाई थी।