इंग्लैंड बनाम भारत: लॉर्ड्स स्टेडियम के आंकड़े और अन्य महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
इंग्लैंड और भारत के बीच ट्रेंट ब्रिज में खेला गया पहला टेस्ट ड्रा रहा है। अब दोनों देशों के बीच दूसरा मैच लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में 12 अगस्त से खेला जाना है।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए लॉर्ड्स का मैदान अच्छा नहीं रहा है और यहां भारतीय टीम ने अपने अधिकतर मैच हारे हैं।
इस मैदान के आंकड़े और अन्य महत्वपूर्ण बातों पर एक नजर डालते हैं।
इतिहास
ऐसा है मैदान का इतिहास
लॉर्ड्स इंग्लैंड के सबसे पुराने मैदानों में से एक है। इस मैदान में 1884 में सबसे पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच खेला गया था।
भारत ने यहां अपना पहला टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ 1932 में खेला था।
वहीं भारतीय टीम को लॉर्ड्स में अपनी पहली जीत 1986 में मिली थी। कपिल देव की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को सात विकेट से हराया था।
लॉर्ड्स में भारत ने अपना आखिरी टेस्ट 2018 में खेला था।
प्रदर्शन
लॉर्ड्स में खराब रहा है भारत का प्रदर्शन
भारत का लॉर्ड्स में खराब प्रदर्शन रहा है। भारत ने इस मैदान पर दो मैच जीते हैं और 12 हारे हैं। इसके अलावा चार मैच ड्रा रहे हैं।
लॉर्ड्स में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर हैं, जिन्होंने यहां 72.58 की औसत से 508 रन बनाए हैं।
बिशन सिंह बेदी और कपिल देव ने भारत की ओर से संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेट (17) लिए हैं। इन दोनों गेंदबाजों ने चार-चार टेस्ट खेले हैं।
आंकड़े
लॉर्ड्स: आंकड़ों पर एक नजर
लॉर्ड्स ने अब तक कुल 140 टेस्ट की मेजबानी की है।
पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने 50 टेस्ट जीते हैं, जबकि पहले गेंदबाजी करने वाली टीमों ने 39 में जीत हासिल की है।
यहां का औसत स्कोर है- पहली पारी: 312, दूसरी पारी: 298, तीसरी पारी: 257, चौथी पारी: 155
ऑस्ट्रेलिया के पास इस स्थान पर सर्वाधिक स्कोर (729/6) का रिकॉर्ड है।
दूसरा टेस्ट
इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर रहेंगी नजरें
लॉर्ड्स में जेम्स एंडरसन ने सर्वाधिक 105 विकेट लिए हैं। वह इस मैदान में 100 ज्यादा विकेट लेने वाले इकलौते गेंदबाज हैं। एंडरसन के जोड़ीदार स्टुअर्ट ब्रॉड ने यहां 95 विकेट अपने नाम किए हैं।
लॉर्ड्स में सर्वाधिक रन बनाने वाले सक्रिय क्रिकेटर जो रूट (1,271 रन) हैं।
दूसरी तरफ भारतीय बल्लेबाजों में विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने यहां खराब खेला है।
मौजूदा भारतीय टीम से अजिंक्या रहाणे लॉर्ड्स में शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं।