भारत बनाम इंग्लैंड: भारतीय बल्लेबाजी की ये बातें रहीं बेहद सकारात्मक
क्या है खबर?
भारत ने अहमदाबाद में खेले गए आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड को पारी और 25 रनों से हराकर सीरीज को 3-1 से अपने नाम कर लिया।
चार मैचों की पूरी सीरीज में स्पिन गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिला।
इंग्लैंड के हार का मुख्य कारण उनके बल्लेबाजों का असफल होना रहा। दूसरी तरफ भारतीय बल्लेबाजों ने विपरीत परिस्थितियों में रन बनाकर मिसाल पेश की।
आइये जानें भारतीय बल्लेबाजी की क्या बातें बेहद सकारात्मक रहीं।
रोहित शर्मा
टर्न लेती पिचों पर सहजता से खेले रोहित
चार मैचों में 345 रन बनाने वाले रोहित शर्मा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज रहे। जहां टर्न लेती हुई पिच पर अन्य बल्लेबाज परेशान नजर आ रहे थे, वहीं रोहित ने बड़ी सहजता से रन बटोरे।
पिंक बॉल से खेले गए तीसरे टेस्ट में कुल 30 में से 28 विकेट स्पिन गेंदबाजों की झोली में गए वहां उन्होंने इंग्लिश स्पिनरों के सामने 66 रन बनाए और मैच में अंतर पैदा किया।
ऋषभ पंत
पंत ने टेस्ट टीम में खुद को किया स्थापित
युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत ने चार मैचों में 270 रन बनाकर टेस्ट टीम में खुद को स्थापित कर लिया है। निसंदेह वह इस समय टीम के पहली पसंद के विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं।
अब तक पंत को लेकर ये कहा जाता था कि वह लापरवाही से अपना विकेट खो देते हैं, लेकिन उन्होंने इस सीरीज में जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की है।
उनकी बल्लेबाजी से प्रभावित होकर उनके कई आलोचक अब प्रशंसक वर्ग में आ गए होंगे।
वाशिंगटन सुंदर
कठिन इम्तिहान में पास हुए सुंदर
अपनी बल्लेबाजी से सुंदर भारतीय टीम प्रबंधन का भरोसा जीतने में सफल रहे हैं। इस सीरीज में उन्होंने निचले क्रम में रन बटोरे और टीम के हित में कई महत्वपूर्ण साझेदारियां की।
चार पारियों में 181 रन बनाकर उन्होंने दिखा दिया कि भले ही टीम संयोजन के हिसाब से निचले क्रम में बल्लेबाजी कर रहे हों, लेकिन उनमें बल्लेबाजी करने की पूरी क्षमता मौजूद है। उन्होंने स्पिन लेती हुई पिच पर बल्लेबाजी का कठिन इम्तिहान पास किया है।
रविचंद्रन अश्विन
अश्विन में बाकि है अभी रनों की भूख
दूसरे चेन्नई टेस्ट में अनुभवी अश्विन ने अपने करियर का पांचवा शतक लगाया। मुश्किल परिस्थितियों में अश्विन बल्ले से संकटमोचक बनकर निकले हैं।
इस सीरीज में उन्होंने फिर से दिखाया कि उनमें रनों की भूख अभी बाकि है और वह अपनी विकेट की अहमियत समझते हैं। वह अपनी बल्लेबाजी में अपने अनुभव का प्रयोग करते हैं।
छह पारियों में 189 रन बनाकर अश्विन ने इस सीरीज में विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों से ज्यादा रन बनाए।