राष्ट्रमंडल खेल 2022: स्क्वाश में सौरव घोषाल ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा
क्या है खबर?
राष्ट्रमंडल खेल 2022 में बीते बुधवार (3 अगस्त) को भारतीय स्कॉश खिलाड़ी सौरव घोषाल ने एकल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। वह राष्ट्रमंडल खेलों में स्क्वाश के एकल स्पर्धा में पदक हासिल करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
उन्होंने कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में इंग्लैंड के जेम्स विलस्ट्रॉप को 3-0 से हराकर यह उपलब्धि हासिल की है।
आइए उनके मुकाबले पर एक नजर डालते हैं।
कांस्य पदक
एकतरफा अंदाज में जीते सौरव
सौरव ने इंग्लैंड के जेम्स को पहले गेम में 11-6 से हराकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे। वहीं दूसरे गेम में भी उन्होंने अपनी लय बरकरार रखी और 11-1 से हराकर 2-0 की बढ़त बना ली। जिसके बाद तीसरा गेम निर्णायक सिद्ध हुआ, जिसमें उन्होंने विपक्षी खिलाड़ी को वापसी का कोई मौका नहीं दिया और उन्होंने तीसरा गेम 11-4 से जीत लिया।
35 वर्षीय सौरव ने पूरे मैच में दबदबा बनाकर रखा।
बयान
पदक जीतने के बाद क्या बोले सौरव?
कांस्य पदक जीतने के बाद सौरव ने खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं। यह भारतीय स्क्वाश के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। जेम्स विलस्ट्रॉप जैसे खिलाड़ी के खिलाफ इस तरह के मंच पर ऐसा करने में सक्षम होना बहुत ही खास है। मैं बस इतना खुश हूं कि आखिरकार इन वर्षों में मैं इस पदक को जीतने में कामयाब हो पाया हूं। इसलिए मैं उत्साहित हूं।"
सेमीफाइनल
मंगलवार को सेमीफाइनल में हार गए थे सौरव
इससे पहले वह मंगलवार को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के पॉल कोल के खिलाफ खराब खेले थे और एकतरफा मुकाबले में हार गए थे। दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी पॉल ने दुनिया के 15वें नंबर के खिलाड़ी घोषाल को सीधे गेम में 3-0 (11-9, 11-4, 11- 1) से हराया था।
इसके बाद उन्हें कांस्य पदक का मुकाबला खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।
लेखा-जोखा
पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में मिश्रित युगल में पदक जीत चुके हैं सौरव
राष्ट्रमंडल खेल में यह सौरव का सिर्फ दूसरा पदक है। वह 2018 में खेले गए गोल्ड कोस्ट खेलों में रजत पदक जीत चुके हैं। हालांकि, उन्होंने वो पदक मिश्रित युगल में दीपिका पल्लिकल के साथ जोड़ी बनाकर जीता था।
वह एकल स्पर्धा में राष्ट्रमंडल खेलों में 2010 से भाग ले रहे हैं। 2010 में दिल्ली में हुए खेलों में वह तीसरे राउंड से बाहर हो गए थे जबकि 2014 में कांस्य पदक का मुकाबला हार गए थे।