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हत्या के आरोपित सुशील पर दिल्ली पुलिस ने घोषित किया एक लाख रुपये का ईनाम

हत्या के आरोपित सुशील पर दिल्ली पुलिस ने घोषित किया एक लाख रुपये का ईनाम

लेखन Neeraj Pandey
May 18, 2021
09:21 am

क्या है खबर?

बीते 13 दिनों से पुलिस की पकड़ से दूर चल रहे सुशील कुमार पर लगातार एक के बाद एक कार्यवाही की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने अब सुशील का पता बताने वाले को एक लाख रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है। सुशील के साथी अजय कुमार पर भी 50 हजार का ईनाम रखा गया है। युवा पहलवान सागर धनकड़ की हत्या में मुख्य आरोपित सुशील का अब तक पता नहीं चल सका है।

मामला

सुशील के खिलाफ दर्ज है हत्या और अपहरण का मामला

नॉर्थ-वेस्ट जिला के एडिशनल डीसीपी गुरिकबाल सिधू ने पिछले हफ्ते बताया था कि पीड़ितों ने सुशील कुमार पर आरोप लगाए हैं और उनके खिलाफ हत्या, अपहरण तथा आपराधिक षड़यंत्र रचने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने आगे कहा, "वारदात की जगह और सभी पांचों गाड़ियों की जांच की गई है। इस दौरान एक स्कॉर्पियो में डबल बैरल की लोडेड बंदूक और पांच जिंदा कारतूस मिले थे। इसके अलावा लकड़ी के दो डंडे भी बरामद हुए थे।"

फरार

05 मई से ही गायब हैं सुशील

बीते 04 मई को छत्रसाल स्टेडियम में राणा और उनके दो साथियों पर सुशील और कई अन्य लोगों ने हमला किया था। इस हमले में राणा की मौत हो गई और उनके साथी घायल हो गए। सुशील को जब पता चला कि राणा की मौत हो गई है तब वह अपने घर से गायब हो गए और उनके घर पर छापा मारने गई पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था।

गैर जमानती वारंट

पिछले हफ्ते कोर्ट ने जारी किया था गैर जमानती वारंट

बीते शनिवार को सुशील के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने की याचिका को दिल्ली कोर्ट ने अप्रूव कर दिया था। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा था, "हमने दिल्ली सरकार को भी एक पत्र लिखा है कि उनके ऑफिशियल सुशील कुमार और उनके सहयोगी अजय कुमार जो शारीरिक शिक्षा अध्यापक हैं को पीड़ितों ने नामजद किया है। उनके खिलाफ डिपार्टमेंट से भी कार्यवाही की जानी चाहिए।"

लुकआउट सर्कुलर

इससे पहले जारी किया गया था लुकआउट सर्कुलर

सुशील के गायब होने के बाद पुलिस ने 5-6 दिन तक लगातार उनकी तलाश की थी। इसके बाद उन्हें हाजिर करने के लिए 10 मई को लुकआउट सर्कुलर भी जारी कर दिया गया था और उनके परिवार को भी लीगल नोटिस भेजी जा रही थी। ऐसा कहा जा रहा था कि यदि सुशील अब भी हाजिर नहीं होते हैं तो फिर उनकी संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही शुरु की जाएगी।