ब्रिसबेन टेस्ट: मार्नस लाबुशेन ने लगाया शतक, ऐसा रहा पहले दिन का खेल
ब्रिसबेन में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन की समाप्ति तक लाबुशेन के शतक की बदौलत पांच विकेट खोकर 274 रन बना लिए हैं। पहले दिन के खेल की समाप्ति तक क्रीज पर टिम पेन (38*) और कैमरून ग्रीन (28*) मौजूद हैं। भारत की ओर से अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज टी नटराजन ने सर्वाधिक दो विकेट लिए। आइए एक नजर डालते हैं आज के खेल पर।
वॉर्नर और हैरिस की जोड़ी ने किया निराश
वॉर्नर और हैरिस की नई सलामी जोड़ी भी ऑस्ट्रेलिया को अच्छी शुरुआत दिलवाने में नाकाम रही और 17 के टीम स्कोर तक दोनों आउट हो गए। इस बीच वॉर्नर ने एक रन बनाया और सिराज का शिकार बने, जबकि पुकोव्स्की की जगह चुने गए हैरिस पांच रन बनाकर शार्दुल ठाकुर की गेंद पर आउट हुए। लाबुशेन और स्मिथ की जोड़ी ने मुश्किल परिस्थितियों से टीम को निकाला और तीसरे विकेट के लिए 70 रनों की साझेदारी की।
लाबुशेन ने लगाया शतक और वेड के साथ की बड़ी साझेदारी
ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका स्मिथ के रूप में 87 के स्कोर पर लगा, जब वह 36 रन बनाकर डेब्यू कर रहे वाशिंगटन सुंदर की गेंद पर पवेलियन लौट गए। दूसरे छोर से जमकर बल्लेबाजी कर रहे लाबुशेन ने शतक लगाया और वेड के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 113 रन जोड़े। 213 के टीम स्कोर तक वेड (45) और लाबुशेन (108) भी पवेलियन लौट गए। इसके बाद कप्तान पेन और ग्रीन ने टीम को कोई नुकसान नहीं होने दिया।
गेंदबाजी के दौरान चोटिल हुए नवदीप सैनी
चोट से जूझ रही भारतीय टीम को पहले दिन एक और झटका लगा है। तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ग्रोइन इंजरी के कारण मैदान से बाहर चले गए हैं। BCCI ने ट्वीट करके बताया है कि उन्हें स्कैन के लिए ले जाया गया है।
लाबुशेन और सुंदर ने बनाए ये रिकॉर्ड
लाबुशेन ने 108 रनों की पारी खेली और वह टेस्ट चैंपियनशिप में सर्वाधिक शतक (5) लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। इस सूची में स्टीव स्मिथ, बाबर आजम और बेन स्टोक्स ने चार-चार शतक लगाए हैं। 21 वर्षीय सुंदर ने अपने टेस्ट डेब्यू में स्मिथ का विकेट लिया। वह ऑस्ट्रेलिया में विकेट हासिल करने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। सचिन तेंदुलकर और शिवरामकृष्णन उनसे कम उम्र में यहां विकेट ले चुके हैं।
मैच में बने कुछ अन्य रिकॉर्ड
चोट के कारण मौजूदा टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने 20 खिलाड़ियों का उपयोग किया। आखिरी बार 1960/61 में भारत ने इतने खिलाड़ियों को एक सीरीज में मौका दिया था। अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे शार्दुल ठाकुर ने अपनी पहली ही गेंद पर मार्कस हैरिस का विकेट हासिल किया। वह ऑस्ट्रेलियाई जमीं पर पहली गेंद पर विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने हैं। कर्षन घावरी ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी दूसरी गेंद पर विकेट लिया था।