IPL 2021: विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता के लिए जुलाई तक इंतजार करेगी BCCI
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लिए फिलहाल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए विदेशी खिलाड़ियों को उपलब्ध करा पाना बड़ी चिंता का विषय है। लगातार रिपोर्ट्स आ रही हैं कि कई टॉप विदेशी खिलाड़ी लीग से बाहर रह सकते हैं। फिलहाल भारतीय बोर्ड इस बारे में कोई बयान नहीं दे रहा है और वे विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता के बारे में जुलाई तक इंतजार करने वाले हैं। आइए जानते हैं पूरी खबर।
जुलाई तक इंतजार करेगी BCCI
एक करीबी सूत्र ने ANI से कहा कि अगले कुछ हफ्तों तक बोर्ड्स विदेशी बोर्ड्स से उनके खिलाड़ियों को लेकर बातचीत करेगी। सूत्र ने आगे कहा, "बोर्ड्स को पर्याप्त समय भी दिया जाएगा ताकि वे यह बता सकें कि क्या IPL के 14वें सीजन के लिए उनके लिए खिलाड़ी उपलब्ध हो सकेंगे अथवा नहीं। खिलाड़ियों की उपलब्धता को लेकर कोई भी निर्णय लेने के लिए बोर्ड जुलाई तक इंतजार करेगी।"
उपलब्ध नहीं होंगे खिलाड़ी तो फ्रेंचाइजियों के पास होंगे ये विकल्प
सूत्र ने इस बारे में भी बताया कि यदि विदेशी खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होंगे तो फिर बोर्ड क्या निर्णय लेगी। उन्होंने कहा, "खिलाड़ियों की उपलब्धता के बारे में जब विदेशी बोर्ड्स अपने जवाब के साथ वापस आएंगे तब BCCI फ्रेंचाइजियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेगी और उन्हें स्थिति से अवगत कराएगी। यदि कुछ विदेशी खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होंगे तो टीमों को उनके विकल्प को साइन करने की छूट मिलेगी।"
UAE में IPL के लिए बीते शनिवार को लिया गया था फैसला
बीते शनिवार को हुई BCCI की स्पेशल जनरल मीटिंग (SGM) में फैसला लिया गया था कि IPL 2021 के बचे हुए मैचों का आयोजन UAE में कराया जाएगा। IPL के बयान में बताया गया था, "सिंतबर-अक्टूबर में भारत के मानसून को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। BCCI SGM में ऑफिशियल्स को यह भी बोला गया है कि टी-20 विश्व कप आयोजित करने के लिए ICC से अधिक समय की मांग करें।"
इस कारण निलंबित करनी पड़ी थी लीग
IPL 2021 के बीच में कोलकाता के संदीप वारियर और वरुण चक्रवर्ती कोरोना संक्रमित पाए गए। ऐसे में 03 मई को बैंगलोर और कोलकाता के बीच होने वाले मुकाबले को स्थगित करना पड़ा। इसके अलावा चेन्नई दल के तीन सहयोगी सदस्य भी संक्रमित पाए गए। संक्रमण यहीं नहीं रुका और हैदराबाद के रिद्धिमान साहा व दिल्ली के अमित मिश्रा भी चपेट में आ गए। बायो सिक्योर बबल के बावजूद लगातार आ रहे मामलों के बाद लीग को स्थगित करना पड़ा।