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भारतीय टीम की जर्सी पर नाम लिखने के लिए लगेंगे ज्यादा रुपये, BCCI ने बढ़ाई कीमत 
भारतीय टीम ने जर्सी प्रायोजन की राशि तय कर दी है (तस्वीर: एक्स/@BCCI)

भारतीय टीम की जर्सी पर नाम लिखने के लिए लगेंगे ज्यादा रुपये, BCCI ने बढ़ाई कीमत 

Sep 04, 2025
02:45 pm

क्या है खबर?

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी प्रायोजन राशि का नया आधार मूल्य तय किया है। नया रिजर्व प्राइस द्विपक्षीय मैचों के लिए 3.5 करोड़ रुपये और बहुपक्षीय टूर्नामेंटों (ICC व ACC) के लिए लगभग 1.5 करोड़ रुपये रखा गया है। यह राशि पिछले प्रायोजक ड्रीम-11 से अधिक है। BCCI का यह कदम भारतीय टीम के व्यावसायिक मूल्य को और ऊंचा दर्शाता है। आइए पूरी खबर पर एक नजर डाल लेते हैं।

रिपोर्ट 

BCCI को होगा ये फायदा

क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, BCCI द्वारा तय किए गए नए आंकड़े मौजूदा दरों से अधिक हैं। फिलहाल द्विपक्षीय मैचों की दर 3.17 करोड़ रुपये और बहुपक्षीय मुकाबलों की 1.12 करोड़ रुपये है। नए संशोधन के बाद BCCI का लक्ष्य द्विपक्षीय मैचों में न्यूनतम 10 प्रतिशत से अधिक और बहुपक्षीय टूर्नामेंटों में लगभग 3 प्रतिशत तक का मूल्यवृद्धि हासिल करना है। द्विपक्षीय मैचों में खिलाड़ियों की जर्सी पर ब्रांड नाम प्रमुखता से दिखने से प्रायोजकों को अधिक लाभ मिलता है।

ब्रांड

BCCI अगले 3 सालों के लिए प्रायोजन की तलाश में 

ICC और ACC टूर्नामेंटों में ब्रांड का नाम केवल बाजू पर दिखता है, जिससे पहचान कम रहती है। BCCI अगले 3 सालों के लिए प्रायोजन की तलाश में है, जिसमें लगभग 130 मैच खेले जाने की उम्मीद है। इस दौरान 2026 का टी-20 विश्व कप और 2027 का वनडे विश्व कप भी शामिल है। नए आधार मूल्य के हिसाब से बोर्ड को 400 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई हो सकती है, अंतिम आंकड़ा और ज्यादा भी हो सकता है।

नीलामी

कब होगी नीलामी?

BCCI ने 2 सितंबर को भारतीय टीम के लीड स्पॉन्सर राइट्स के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी किया। नीलामी 16 सितंबर को होनी है, जिससे यह तय है कि एशिया कप 2025 (9 सितंबर से) से पहले नया प्रायोजक नहीं जुड़ पाएगा। BCCI अधिकारी ने अंतरिम व्यवस्था की संभावना को भी नकार दिया। स्पष्ट किया गया है कि गेमिंग, सट्टेबाजी, क्रिप्टो, तंबाकू, एथलीजर, खेल परिधान, बैंकिंग, बीमा और अन्य कई क्षेत्रों की कंपनियां बोली लगाने से प्रतिबंधित रहेंगी।

परेशानी

इस कारण ड्रीम-11 ने छोड़ा भारतीय टीम का साथ

ड्रीम-11 के हटने के बाद भारतीय टीम को नए प्रायोजक की जरूरत पड़ी। दरअसल, सरकार ने हाल ही में ऑनलाइन गेमिंग (प्रमोशन और रेगुलेशन) अधिनियम 2025 लागू किया है, जिसके तहत रियल-मनी गेमिंग कंपनियों के कामकाज पर रोक लगा दी गई। इस कानून से ड्रीम-11 का कारोबार प्रभावित हुआ और उसने भारतीय टीम की जर्सी स्पॉन्सरशिप छोड़ दी। अब BCCI भारतीय टीम के लिए नया प्रायोजक चुनने की प्रक्रिया में जुटा है।