IPL: निजी कारणों से लीग छोड़ने वाले खिलाड़ी पर एक्शन लेगी BCCI, ला रही है नियम
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पिछले कुछ सीजनों में लगातार देखने को मिला है कि खिलाड़ियों ने लीग से अपना नाम वापस लिया है। कुछ खिलाड़ी सीजन के बीच से तो वहीं कुछ सीजन शुरु होने से पहले ही इससे हट चुके हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अब इसके लिए एक नियम लेकर आने वाली है। बोर्ड ऐसा कानून बनाना चाहती है जिससे बिना वैध कारण के खिलाड़ी बिकने के बाद खुद को लीग से ना हटा पाएं।
फ्रेंचाइजियों की शिकायत पर एक्शन में आया है बोर्ड
निजी कारण बताकर लीग से हटने वाले खिलाड़ियों को लेकर कुछ फ्रेंचाइजियों ने बोर्ड से शिकायत की थी और अब बोर्ड ने इसका संज्ञान लिया है। क्रिकबज के मुताबिक गवर्निंग काउंसिल के एक सदस्य ने कहा, "फ्रेंचाइजी लीग की अहम शेयरधाकर है और बोर्ड को उनका ख्याल है। वे बहुत प्लानिंग के बाद किसी खिलाड़ी के लिए बोली लगाते हैं। यदि खिलाड़ी हट जाता है तो फ्रेंचाइजी का काम खराब होता है।"
लीग से हटने वाले खिलाड़ियों पर रखी जाएगी नजर
बोर्ड ने फिलहाल यह साफ नहीं किया है कि लीग से किन कारणों से हटने पर खिलाड़ी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा, लेकिन अचानक हटने वालों पर नजर रखी जाएगी। जानकारों के मुताबिक, "लीग से हटने वाले हर खिलाड़ी को तय सालों के लिए लीग से नहीं हटाया जाने वाला है। हर खिलाड़ी के मामले को अलग तरीके से देखा जाएगा और एक्शन लेने से पहले रिसर्च किया जाएगा।"
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
आमतौर पर चोट या फिर नेशनल ड्यूटी के चलते यदि खिलाड़ी लीग से दूर होता है तो इसे स्वीकार किया जाता है। हालांकि, हालिया समय में खिलाड़ी अलग-अलग तरह के निजी कारण देकर लीग से हटने लगे हैं।
इस सीजन की शुरुआत से पहले निजी कारणों से हटे ये खिलाड़ी
इस सीजन की शुरुआत से पहले गुजरात टाइटंस द्वारा दो करोड़ रुपये में खरीदे गए जेसन रॉय ने परिवार के साथ समय बिताने का कारण देकर खुद को लीग से हटा लिया था। इसके बाद लीग शुरु होने से कुछ ही दिन पहले एलेक्स हेल्स भी लीग से हट गए थे। 1.50 करोड़ रुपये में बिकने वाले हेल्स ने बॉयो-बबल का हवाला दिया था और खुद को रिचार्ज करने की बात कही थी।
पहले भी हटे हैं खिलाड़ी
बॉयो-बबल के चलन में आने से पहले भी खिलाड़ी लीग से हटे हैं। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा खरीदे जाने के बाद अलग-अलग सीजन में खुद को हटाया है। हालांकि, इस मामले में बोर्ड का मानना है कि उन्होंने ऐसा अपने बोर्ड के कहने पर किया था। स्टार्क ने इस सीजन की नीलामी में अपना नाम ही नहीं दिया था।