क्रिकेटर थीं विंबल्डन जीतने वाली एश्ले बार्टी, खेल चुकी हैं बिग बैश लीग
किसी एक खेल में भी उच्च स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करना गौरव की बात होती है। कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हुए हैं, जिन्होंने एक से अधिक खेलों में सफलता हासिल की है। हाल ही में विश्व की नंबर एक महिला टेनिस खिलाड़ी एश्ले बार्टी ने विंबलडन 2021 का विमेंस सिंगल्स खिताब जीता है। वह ग्रैंड स्लैम जीतने वाली सिर्फ तीसरी ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी बनी हैं। लेकिन कम लोगों को पता होगा कि बार्टी प्रोफेशनल क्रिकेटर भी रह चुकी हैं।
देश के लिए क्रिकेट नहीं खेल सकी बार्टी
बार्टी ऑस्ट्रेलिया की प्रतिष्ठित बिग बैश लीग (WBBL) में खेल चुकी हैं। हालांकि, वह क्रिकेट में अपने देश के लिए नहीं खेल सकी। बार्टी 2015 में ब्रिस्बेन हीट के लिए खेली थी। उन्होंने 2014 में अपने टेनिस करियर से ब्रेक लिया था और एक साल बाद वह ब्रिस्बेन हीट के लिए WBBL में खेली। हालांकि, उन्होंने 2016 में टेनिस में वापसी की और शनिवार को उन्होंने अपना पहला विंबलडन खिताब जीता।
क्रिकेट में सफलता हासिल नहीं कर सकी बार्टी
WBBL में बार्टी खास प्रभाव नहीं छोड़ सकी थी। उन्होंने लीग में नौ मैचों में ब्रिस्बेन हीट का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें 39 के सर्वोच्च स्कोर के साथ सिर्फ 68 रन बनाए। इस बीच वह एक अर्धशतक भी नहीं लगा सकी। बार्टी नवंबर 2015 में लिस्ट ए मैचों में क्वींसलैंड के लिए भी खेल चुकी हैं। अब उन्होंने विंबलडन का खिताब जीतकर खुद को सफल टेनिस खिलाड़ियों में शुमार किया है। इसके लिए ICC ने भी उन्हें बधाई दी।
ICC ने इस अंदाज में दी बधाई
बार्टी ने ऐसे जीता खिताब
एश्ले बार्टी ने विंबलडन 2021 का विमेंस सिंगल्स के फाइनल में चेक रिपब्लिक की कैरोलिना प्लिसकोवा को 6-3, 6-7(4), 6-3 से हराते हुए खिताब अपने नाम किया था। इवोने गूलैगोंग के 1980 में खिताब जीतने के बाद से वह विंबलडन का खिताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया की पहली खिलाड़ी बनी थी। इस साल बार्टी ने सभी प्रतियोगिताओं में 35 मैचों में जीत हासिल की है और केवल छह में उन्हें हार मिली है।
बार्टी ने हासिल की ये उपलब्धि
बार्टी ने अपने करियर का दूसरा और लंदन में पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है। 2019 में फ्रेंच ओपन के साथ उन्होंने अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था। 2016 में सेरेना विलियम्स के बाद वह नंबर एक वरीयता पर रहकर विंबलडन जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनी हैं। ओपन ऐरा में वह ऑस्ट्रेलिया से विमेंस सिंगल्स खिताब जीतने वाली तीसरी खिलाड़ी हैं। मैर्गारेग कोर्ट और गूलैगोंग के बाद उन्होंने यह कारनामा किया है।