ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने से लेकर इंग्लैंड में करिश्माई प्रदर्शन तक कोहली के यादगार लम्हें
क्या है खबर?
दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ दी है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज हारने के तुरंत बाद ऐसा फैसला लेकर सबको चौंका दिया है।
कोहली की कप्तानी में भारत ने 40 टेस्ट जीते हैं और वह खेल के सबसे बड़े प्रारूप में भारत के सबसे सफल कप्तान हैं।
आइए जानते हैं कप्तान के रूप में कैसा रहा कोहली का सफर और उनकी कप्तानी के कुछ अहम लम्हें।
पहला टेस्ट
पहले टेस्ट में ही दिखाया कि केवल जीत के लिए खेलेगी कोहली की टीम
2014 में एडिलेड टेस्ट में एमएस धोनी की जगह कोहली ने पहली बार भारतीय टीम की कमान संभाली थी। कोहली ने पहले ही मैच में रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज को बाहर बैठा दिया था।
आखिरी दिन भारत को जीत के लिए 98 ओवर में 365 रन चाहिए थे और कोहली की टीम ने मैच जीतने के लिए खेलने का निर्णय लिया था। कोहली ने दोनों पारियों में शतक लगाए थे, लेकिन फिर भी भारत को हार मिली थी।
श्रीलंका
22 साल बाद श्रीलंका में भारत ने जीती टेस्ट सीरीज
अगस्त 2015 में कोहली की अगुवाई में भारत ने श्रीलंका को उसके घर में हराया था। गाले में खेले गए पहले टेस्ट में 192 रनों की बढ़त लेने के बावजूद भारत को हार का सामना करना पड़ा था।
इसके बाद कोहली ने पूरी टीम को अपनी फिटनेस सुधारने का निर्देश दिया था। गाले में मिली हार से प्रेरणा लेते हुए कोहली और उनकी सेना ने 22 साल बाद भारत को श्रीलंका में टेस्ट सीरीज जिताया था।
2017
2017 रहा कोहली के लिए काफी सफल साल
2017 कोहली के लिए काफी बेहतरीन साल साबित हुआ। कोहली की टीम ने वेस्टइंडीज में सीरीज जीतने में सफलता पाई थी। इसके अलावा व्यक्तिगत तौर पर कोहली ने 11 पारियों में तीन दोहरे शतक लगा दिए थे।
भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया को भी 2-1 से सीरीज गंवानी पड़ी थी। स्टीव स्मिथ ने उस सीरीज में दो शतक लगाए थे, लेकिन इसके बावजूद उनकी टीम सीरीज की हार नहीं टाल सकी थी।
2018
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारतीय टीम ने दिखाया साहस
2018 में सेंचुरियन में खेले गए टेस्ट में कोहली ने बेहद शानदार बल्लेबाजी की थी, लेकिन उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद वांडरर्स में खेले गए मैच की पिच में असीमित उछाल थी और ऐसा लग रहा था कि मैच रद्द कर दिया जाएगा।
हालांकि, कोहली ने पिच को लेकर कोई शिकायत नहीं की और मैच खेला। कोहली की टीम ने जो साहस दिखाया था उसका परिणाम उन्हें जीत के साथ मिला था।
इंग्लैंड दौरा
2018 इंग्लैंड दौरे पर किया करिश्माई प्रदर्शन
जुलाई-अगस्त 2018 में इंग्लैंड के दौरे पर विराट कोहली बनाम जेम्स एंडरसन की बैटल देखने के लिए सारे लोग तैयार बैठे थे। सबको लगा था कि 2014 की तरह इस बार भी एंडरसन कोहली को खूब परेशान करेंगे।
हालांकि, इस बार कोहली ने खुद को तैयार रखा था और उन्होंने इस दौरे पर दो बेहतरीन शतक लगाए थे। दौरे पर एंडरसन को कोहली का विकेट नहीं मिला, लेकिन इसके बावजूद भारत को 4-1 से सीरीज गंवानी पड़ी थी।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने कोहली
कोहली और उनकी टीम लगातार कड़ी मेहनत कर रही थी और ऐसा लग रहा था कि विदेश में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए भारतीय टीम काफी करीब पहुंच रही है। जनवरी 2019 में भारतीय टीम का यह सपना भी पूरा हुआ।
कोहली ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने थे। भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2-1 से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की थी।
न्यूनतम टीम टोटल
कोहली की कप्तानी में 36 पर सिमटी भारतीय टीम
2020-21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोहली के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड भी दर्ज हुआ था। कोहली की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में भारतीय टीम मात्र 36 रनों के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी।
इस टेस्ट के बाद कोहली छुट्टी पर वापस भारत चले आए थे। हालांकि, अजिंक्या रहाणे की कप्तानी में युवा भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर से सीरीज हराया था।
2021
इंग्लैंड में सीरीज जीतने के करीब पहुंच गए थे कोहली
ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में हराने के बाद कोहली की सेना इंग्लैंड में भी टेस्ट सीरीज जीतने के बेहद करीब पहुंच गई थी। 2021 के मध्य में हुए इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम ने 2-1 की बढ़त हासिल कर रखी थी।
हालांकि, कोरोना के मामले सामने आने के बाद सीरीज का आखिरी मुकाबला नहीं खेला जा सका। आखिरी मैच इस साल खेला जाएगा, लेकिन कोहली इस बार टीम के कप्तान नहीं होंगे।