इतने अदभुत सीजन के बावजूद 2016 IPL फाइनल की हार आज भी चुभती है- विराट कोहली
विराट कोहली ने अपने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) करियर में 207 मैच खेले हैं और तीन बार फाइनल भी खेल चुके हैं, लेकिन अब तक वह खिताब नहीं जीत सके हैं। तीन फाइनल हारने और इतने सारे मैच खेलने के बावजूद कोहली को 2016 के फाइनल में मिली हार सबसे ज्यादा दर्द देती है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के पोडकास्ट में कोहली ने कहा कि यह हार आज भी चुभती है।
आज भी हाइलाइट देखकर दुखी हो जाते हैं राहुल- कोहली
कोहली ने कहा कि हम नौ ओवर्स में बिना विकेट खोए 100 रन बना चुके थे और हमारा सीजन ऐसा था कि हम रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। उन्होंने आगे कहा, "आज भी केएल राहुल यदि उस मैच की हाइलाइट देख लेते हैं तो स्क्रीनशॉट लेकर बोलते हैं कि यह दुखता है। निश्चित तौर पर यह आज भी दर्द देता है। हमारे टीम का सेटअप इतना बेहतरीन था, लेकिन आपको केवल निराश चेहरे ही देखने को मिले।"
बेहद मजबूत स्थिति में होने के बावजूद फाइनल हार गई थी बेंगलुरु
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपने घरेलू मैदान चिन्नास्वामी में बेंगलुरु 209 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। 11वें ओवर में टीम ने 114 के स्कोर पर पहला विकेट गंवाया था और जीत की ओर तेजी से बढ़ रही थी। एबी डिविलियर्स, राहुल और शेन वाटसन जैसे दिग्गजों के होने के बावजूद टीम इतनी मजबूत स्थिति में पहुंचने के बावजूद आठ रन से फाइनल हार गई थी।
अदभुत था RCB का 2016 सीजन
2016 सीजन के लीग चरण में RCB ने 14 में से आठ मैच जीते थे और दूसरे स्थान पर रहे थे। क्वालीफायर मैच जीतकर उन्होंने सीधे फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। टीम के कप्तान कोहली ने 16 मैचों में 973 रन बनाए थे जिसमें चार शतक शामिल थे। ये एक सीजन में सबसे अधिक रन और सबले अधिक शतकों की रिकॉर्ड भी है। डिविलियर्स ने भी 687 रनों का योगदान दिया था।
RCB के साथ अलग है मेरी ईमानदारी- कोहली
कोहली इकलौते क्रिकेटर हैं जिसने शुरु से लेकर अब तक केवल एक ही फ्रेंचाइजी के लिए खेला है। कोहली ने अब खुलासा किया है कि उन्हें भी नीलामी में उतरने का ऑफर मिला था। उन्होंने कहा, "RCB के साथ मेरी ईमानदारी चार लोगों के यह कहने से कि आपने उनके साथ खिताब जीता है से बड़ी है। खिताब जीतने पर पांच मिनट आपको अच्छा लगेगा, लेकिन छठे मिनट आप किसी और चीज को लेकर परेशान होंगे।"
RCB ने तब भरोसा किया जब किसी और ने नहीं किया- कोहली
कोहली के मुताबिक वह RCB के लिए केवल इसलिए ईमानदार हैं क्योंकि उस टीम ने तब उन पर भरोसा दिखाया था जब किसी अन्य टीम ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा, "IPL के शुरुआती तीन साल में RCB ने मेरे ऊपर जो भरोसा दिखाया वह मेरे लिए काफी बड़ी चीज है। अन्य टीमों के पास भी मौका था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। RCB ने लगातार मुझ पर भरोसा दिखाया और मेरे आस-पास नई टीम बनाई।"