
एलन मस्क का स्टारलिंक सैटेलाइट पृथ्वी के लिए क्यों खतरा बन गया?
क्या है खबर?
दुनिया के कई देशों में लोगों ने हाल ही में रात के आसमान में चमकदार आग के गोले देखे हैं। पहली नजर में ये उल्कापिंड लगते हैं, लेकिन ये दरअसल स्पेस-X के स्टारलिंक सैटेलाइट हैं जो धीरे-धीरे जलते हुए पृथ्वी पर लौट रहे हैं। 7 फरवरी, 2022 को प्यूर्टो रिको के ऊपर ऐसा ही दृश्य देखा गया था, जब कुछ सैटेलाइट भू-चुंबकीय तूफान की वजह से तेजी से जलते हुए वायुमंडल में दाखिल हुए।
वजह
क्यों जलकर गिर रहे हैं स्टारलिंक सैटेलाइट?
एलन मस्क का स्टारलिंक प्रोजेक्ट अब तक का सबसे बड़ा सैटेलाइट नेटवर्क है, जिसमें 6,000 से ज्यादा सैटेलाइट शामिल हैं। ये सैटेलाइट लगभग 5 साल तक कक्षा में रहते हैं और फिर खुद ही जलकर खत्म हो जाते हैं, ताकि कोई टकराव या मलबा न बचे। हालांकि, हर दिन लगभग 4 सैटेलाइट पृथ्वी के वायुमंडल में लौटते हैं और जलते हुए आसमान में चमकदार लकीरें छोड़ते हैं, जिन्हें लोग उल्का समझ लेते हैं।
खतरा
पृथ्वी के लिए क्यों खतरा माना जा रहा है?
वैज्ञानिकों का कहना है कि जब ये सैटेलाइट जलते हैं, तो ये वायुमंडल में एल्युमिनियम ऑक्साइड जैसे धातु कण छोड़ते हैं, जो धीरे-धीरे पृथ्वी की हवा में मिल जाते हैं। इससे ओजोन परत को नुकसान पहुंच सकता है और सूर्य की किरणों के संतुलन पर असर पड़ सकता है। यह बदलाव जलवायु और मौसम को प्रभावित कर सकता है, जिससे धरती पर रहने वाले लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ जाती है।
सुझाव
अब वैज्ञानिक क्या सुझाव दे रहे हैं?
विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते सैटेलाइट मिशनों के लिए अब सख्त नियम जरूरी हैं। उनका सुझाव है कि कंपनियां सैटेलाइट का ऐसा डिजाइन बनाएं जो वायुमंडल में कम प्रदूषण फैलाएं। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर यह रफ्तार ऐसे ही रही, तो भविष्य में अंतरिक्ष प्रदूषण और वायुमंडलीय असंतुलन बढ़ सकता है। इन घटनाओं से तकनीकी प्रगति की यह दौड़ पृथ्वी की सुरक्षा पर भारी पड़ने की आशंका जताई जा रही है।