2025 में मिले रहस्यमयी अंतरिक्ष रेडियो सिग्नल के बारे में क्या चला पता?
क्या है खबर?
नासा के फर्मी गामा-रे स्पेस टेलीस्कोप ने 2 जुलाई, 2025 को अंतरिक्ष से एक बेहद अजीब और लंबा सिग्नल दर्ज किया, जिसने वैज्ञानिकों का ध्यान तुरंत खींचा। यह गामा-रे बर्स्ट आम घटनाओं से बिल्कुल अलग था। यह सिग्नल करीब 7 घंटे तक रुक-रुक कर आता रहा। आमतौर पर ऐसे बर्स्ट कुछ सेकंड या मिनट तक ही रहते हैं। इसकी लंबी अवधि ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया और तुरंत विस्तृत अध्ययन शुरू किया गया।
जांच
धरती और अंतरिक्ष से की गई जांच
इस रहस्यमय सिग्नल को समझने के लिए वैज्ञानिकों ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप का सहारा लिया। चिली और हवाई में मौजूद जेमिनी टेलीस्कोप, वेरी लार्ज टेलीस्कोप, केक ऑब्जर्वेटरी और हबल स्पेस टेलीस्कोप से इसकी निगरानी की गई, ताकि ज्यादा सटीक जानकारी मिल सके। अलग-अलग तरंगों में डाटा जुटाया गया ताकि सिग्नल की असली प्रकृति समझी जा सके और यह पता चले कि यह कहां से आया और कितना शक्तिशाली था।
अध्ययन
अब तक क्या पता चला?
जांच से पता चला कि यह गामा-रे बर्स्ट करीब 8 अरब प्रकाश वर्ष दूर एक धूल भरी आकाशगंगा से निकला था। वहां मौजूद घना धूल का बादल सामान्य रोशनी को रोक रहा था, इसलिए यह सिग्नल केवल इंफ्रारेड और हाई एनर्जी एक्स-रे में दिखा, जिससे अध्ययन और मुश्किल हो गया। वैज्ञानिकों ने इसे GRB 250702B नाम दिया, जिसे अब तक दर्ज किया गया सबसे लंबा गामा-रे बर्स्ट माना जा रहा है।
रहस्य
अब भी बना हुआ है रहस्य
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस सिग्नल की असली वजह अभी साफ नहीं है। कुछ संभावनाएं बताई गई हैं, जैसे किसी बड़े तारे का खत्म होना, ब्लैक होल द्वारा तारे को निगलना या 2 भारी पिंडों का टकराव, लेकिन फिलहाल कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है और रिसर्च अभी जारी है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह घटना भविष्य में ऐसे सिग्नलों को समझने के लिए एक अहम आधार बनेगी और नई खोजों का रास्ता खोल सकती है।