इंकॉग्निटो मोड क्या करता है और क्या नहीं?
क्या है खबर?
अधिकतर लोग वेब ब्राउजर में मौजूद 'इंकॉग्निटो' या 'प्राइवेट मोड' का उपयोग अपनी ऑनलाइन गतिविधियों को छुपाने के लिए करते हैं। यह मोड ब्राउजर हिस्ट्री, कुकीज और साइट डाटा सेव नहीं करता, जिससे लगता है कि यह पूरी तरह सुरक्षित है। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, इंकॉग्निटो मोड सीमित गोपनीयता देता है। आपकी ऑनलाइन गतिविधि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर, नियोक्ता या देखी जाने वाली वेबसाइटों को फिर भी दिखाई दे सकती है।
काम
इंकॉग्निटो मोड क्या करता है और क्या नहीं?
जब आप इंकॉग्निटो मोड चालू करते हैं, तो ब्राउजर आपके देखे गए वेबसाइट लिंक और कुकीज सेव नहीं करता। सत्र खत्म होते ही यह डाटा अपने आप मिटा जाता है ताकि कोई और न देख सके। हालांकि, डाउनलोड की गई फाइलें और बनाए गए बुकमार्क आपके डिवाइस पर रहते हैं और उन्हें कोई भी एक्सेस कर सकता है। यह मोड केवल उसी डिवाइस पर गोपनीयता देता है, लेकिन इंटरनेट पर आपका IP एड्रेस और ट्रैफिक अब भी दिखाई देता है।
उपयोग
क्यों उपयोग करते हैं लोग इंकॉग्निटो मोड?
इंकॉग्निटो मोड का उपयोग लोग साझा कंप्यूटरों पर अपना इतिहास छुपाने या निजी जानकारी खोजने के लिए करते हैं। यह मोड तब भी काम आता है जब आप किसी वेबसाइट में अलग अकाउंट से लॉगिन करना चाहते हैं या पुराने सत्र के डाटा से बचना चाहते हैं। हालांकि, यह केवल सुविधा और सीमित गोपनीयता प्रदान करता है। इंटरनेट पर आपकी वास्तविक पहचान और गतिविधि को यह पूरी तरह नहीं छुपा सकता है।
विकल्प
बेहतर सुरक्षा के लिए विकल्प क्या हैं?
अगर आप ऑनलाइन पूरी गोपनीयता चाहते हैं, तो केवल इंकॉग्निटो मोड काफी नहीं है। इसके लिए VPN या टोर ब्राउजर जैसे अन्य विकल्प बेहतर हैं, जो ट्रैफिक को एन्क्रिप्ट कर आपका IP एड्रेस और लोकेशन छुपाते हैं। इसके अलावा, डकडकगो जैसे गोपनीयता-केंद्रित सर्च इंजन या सख्त ट्रैकिंग रोकथाम सेटिंग्स भी मदद करती हैं। ये सभी विकल्प इंकॉग्निटो मोड की तुलना में कहीं ज्यादा सुरक्षित, भरोसेमंद और प्रभावी माने जाते हैं।